बारिश ने बोआई के काम में लगाए ब्रेक
मौसम को लेकर जारी पूर्वानुमान रविवार को सटीक साबित हुआ। दोपहर में हुई बारिश से रबी सीजन में चल रही आलू व सरसों की बोआई का काम थम गया। वहीं कोल्ड के बाहर बोआई को रखा आलू भीग गया।
जासं, मैनपुरी: मौसम को लेकर जारी पूर्वानुमान रविवार को सटीक साबित हुआ। दोपहर में हुई बारिश से रबी सीजन में चल रही आलू व सरसों की बोआई का काम थम गया। वहीं कोल्ड के बाहर बोआई को रखा आलू भीग गया।
17 से 19 अक्टूबर के मध्य जिले में बारिश होने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने तीन दिन पहले ही जारी किया था। वैसे, इन दिनों दिन और रात का तापमान भी चढ़ा होने से बारिश के आसार बन रहे थे। रविवार दोपहर एक बजे अचानक आसमान पर बादलों ने डेरा जमाया। कुछ ही देर में कहीं तेज बारिश तो कहीं बूंदाबांदी शुरू हो गई। शहर समेत कई कस्बा और ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश से मौसम बदल गया। बारिश का यह क्रम शाम तक जारी रहा। इससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया।
दोपहर में हुई बारिश से खेती प्रभावित हुई है। बारिश की वजह से खेतों में इन दिनों चल रहा आलू और सरसों बोआई का काम थम गया है। अब यह काम खेत सूखने पर शुरू हो सकेगा। वहीं बारिश से जागीर क्षेत्र में कोल्ड स्टोर के बाहर बोआई को निकाले गए आलू के बोरे भीग गए। अब यह मौसम सही होने के बाद ही बोए जा सकेंगे।
झेलना होगा नुकसान-
गांव अंजनी के किसान देवलाल के अनुसार, बारिश की वजह से किसानों को नुकसान झेलना होगा। दो-तीन पहले बोई सरसों नहीं उपज सकेगी। बारिश से बीज मिट्टी में जम जाएगा। अब दोबारा बोआई करनी पड़ेगी। वहीं, बोआई के लिए तैयार खेतों की मिट्टी जम जाने से दोबारा जोताई करनी पड़ेगी।
-
धान की कटाई भी प्रभावित-
अचानक बारिश होने से जिले में चल रहा धान कटाई का काम फिलहाल एक-दो दिन थमा रहेगा। धूप निकलने के बाद ही इसके शुरू होने के आसार हैं।
-
मंगल तक करें इंतजार-
कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी नरेंद्र कुमार के अनुसार, किसान फसल बोआई और कटाई के लिए मंगल तक धैर्य रखें। इसके बाद मौसम साफ होने पर ही खेतों में काम शुरू करें।