मांगों का निस्तारण नहीं होने पर फार्मेसिस्टों ने दिया धरना
पुरानी लंबित मांगों का निस्तारण न होने से नाराज फार्मासिस्टों ने आंदोलन छेड़ दिया है। सीएमओ कार्यालय परिसर में धरना देकर नारेबाजी की।
जासं, मैनपुरी : पुरानी लंबित मांगों का निस्तारण न होने से नाराज फार्मासिस्टों ने आंदोलन छेड़ दिया है। सीएमओ कार्यालय परिसर में धरना देकर नारेबाजी की। समाधान नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी।
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में शनिवार को जिलेभर के फार्मासिस्ट सीएमओ कार्यालय में एकत्र हुए। यहां धरने को संबोधित करते हुए जिला मंत्री शिवमंगल सिंह ने कहा कि पूर्व में कई बार शासन और प्रशासन के सामने मांगें रखी गई थीं, लेकिन हर बार सुनवाई की बजाय अनदेखी की गई। फार्मासिस्ट से इमरजेंसी और ओपीडी सेवाओं के अलावा सीएचसी और पीएचसी का संचालन कराया जाता है, लेकिन सीमित औषधियों को लिखने का अधिकार अभी तक नहीं दिया गया है। कार्य एवं दायित्व को देखते हुए वेतन उच्चीकरण की मांग पर पांस साल पहले ही वेतन कमेटी की रिपोर्ट लग चुकी है। बावजूद इसके निर्णय की वह फाइल विभागीय टेबल पर धूल फांक रही है।
अध्यक्ष नेत्रपाल सिंह ने कहा कि संवर्ग में सृजित दो उच्च पद विशेष कार्य अधिकारी फार्मेसी एवं संयुक्त निदेशक फार्मेसी के एकल पद पांच सालों से खाली चल रहे हैं। इन सभी रिक्त पदों पर नियुक्तियां कराई जाएं।
शासन स्तर से वेयर हाउसों का निर्माण तो कराया गया है, लेकिन वहां फार्मासिस्ट का एक भी पद सृजित नहीं किया गया है। ऐसे में चिकित्सालयों के फार्मासिस्टों को वहां संबद्ध किया जा रहा है। इस स्थिति में अस्पतालों का कार्य प्रभावित होता है।
फार्मासिस्ट ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इन समस्याओं का निस्तारण नहीं होता है तो वे चरणबद्ध ढंग से आंदोलन चलाएंगे। फार्मासिस्ट ने सीएमओ को ज्ञापन सौंपा है। जिले भर के फार्मासिस्ट उपस्थित थे।
ये है कार्यक्रम
दूसरे चरण में पांच से आठ दिसंबर तक सभी काला फीता बांधकर तैनाती स्थलों पर काम करेंगे। तीसरे चरण में नौ से 16 दिसंबर तक सुबह दो घंटों का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। यदि इस शांतिपूर्ण विरोध से भी बात नहीं बनती है तो चौथे चरण में 17 से 19 दिसंबर तक हड़ताल की जाएगी। इस हड़ताल में आपातकालीन सेवाओं का संचालन बंद नहीं किया जाएगा। 20 दिसंबर को संगठन पूरी तरह से हड़ताल पर चला जाएगा।