बिना लाइसेंस के कारोबार पर लगाया जुर्माना

चार दुकानदारों पर एडीएम कोर्ट ने की कार्रवाई तीन पर मिलावट खराब पैकिग पर लगा जुर्माना

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:50 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:50 AM (IST)
बिना लाइसेंस के कारोबार पर लगाया जुर्माना
बिना लाइसेंस के कारोबार पर लगाया जुर्माना

जासं, मैनपुरी: जिले के चार कारोबारी पर न्यायालय ने बिना लाइसेंस कारोबार करने पर जुर्माना लगाया है। खाद्य सुरक्षा एवं औषघि प्रशासन ने इसी साल इनके चालान काटे थे। तीन पर मिलावट के सामान की आपूर्ति करने पर भी जुर्माना लगाया गया है। इनमें पानी पाउच और दूध भी शामिल हैं।

अभिहित अधिकारी डा. टीआर रावत ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने इसी साल जिले के चार दुकानदार पर बिना लाइसेंस कारोबार करने पर कार्रवाई की थी और दूध-पानी के नमूने लिए थे। नमूनों में मिलावट साबित होने के बाद सभी मामलों में एडीएम कोर्ट में वाद दायर किया गया। सुनवाई के बाद सभी पर कोर्ट ने 21 से 45 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।

इन पर लगाया जुर्माना: अभिहित अधिकारी के अनुसार, बिना रजिस्ट्रेशन ब्रेकरी का संचालन करने वाले जुन्हैसा, कुरावली के अतेंद्र कुमार पर 21 हजार, कौआटोला, कुरावली के अमित कुमार पर बिना रजिस्ट्रेशन मीट की दुकान संचालित करने पर 40 हजार, बेवर स्थित फर्रुखाबाद बाइपास के दुकानदार भूपेंद्र उर्फ लाला पर 35 हजार और भोगांव के पतरिया निवासी मोहम्मद फईम बिना लाइसेंस मीट दुकान संचालित करने पर 45 हजार रुपये का जुर्माना लगा है। इसके अलावा धनराज पुर, कुरावली के यश गुप्ता पर असुरक्षित पानी बेचने पर 31 हजार, कटरा, मैनपुरी के नितिन कुमार गुप्ता पर भी इसी मामले में 31 हजार और एटा के रेवाड़ी, सकीट के सुखवीर उर्फ टिचू पर कम फैट का दूध निकलने पर 40 हजार रुपये का जुर्माना लगा है। आश्रम पद्धति स्कूल के विद्यार्थियों को पिलाया जा रहा कम फैट का दूध: जासं, मैनपुरी: भोगांव में संचालित पं. दीनदयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति आवासीय विद्यालय में पढ़ रहे विद्यार्थियों को कम फैट का दूध पिलाया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने विद्यालय में तैयार हुए खाने के दो सर्विलांस नमूने भरे और कर्मचारियों को सफाई के लिए निर्देश दिए।

अभिहित अधिकारी डा. टीआर रावत ने बताया कि विभागीय खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने भोगांव में संचालित आश्रम पद्धति विद्यालय में तैयार किए गए भोजन की गुणवत्ता के लिए दो सर्विलांस नमूने लिए। इसमें एक चना की तैयार दाल और दूसरा आलू-पत्ता गोभी का है। दोनों नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा रहा है। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके वर्मा, डा. राजीव कुमार और एसबी सिंह शामिल रहे। अभिहित अधिकारी डा. टीआर रावत ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने सब्जी नमूनों को एकत्र करने के अलावा विद्यार्थियों को परोसे जाने वाले खाद्य-पेय पदार्थ का भी निरीक्षण किया। इस दौरान बच्चों को दूध (कम क्रीम का) पिलाने की बात सामने आई।

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