ग्राम प्रधान का पद एक और 23 दावेदार
किशनी की ग्राम पंचायत महोली शमशेरगंज में रोचक होगा मुकाबला
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: इसे हजारों खर्च कर लाखों कमाने की हसरत कहें या समाजसेवा करने की मंशा। छोटी सरकार का मुखिया बनने के लिए लोगों में होड़ भी लगी है। जिले में एक ऐसी अनारक्षित ग्राम पंचायत भी हैं, जहां सर्वाधिक 23 दावेदार मैदान में हैं।
किशनी ब्लाक की अनारक्षित ग्राम पंचायत महोली शमशेरगंज सीट से भरे गए सभी नामांकन सही पाए जाने और किसी के नाम वापस नहीं लेने से यहां दावेदारों की रिकार्ड संख्या है। रिटर्निंग अधिकारी यश कुमार बताते हैं कि इस सीट पर 23 महारथियों के बीच मुकाबला होगा। इस ग्राम पंचायत में साढ़े सात हजार मतदाता हैं।
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प्रधान बनने की यह है वजह-
सेवानिवृत्त जिला पंचायत राज अधिकारी रामशंकर पांडेय ने बताया कि पहले ग्राम पंचायतों को विकास के लिए इतना धन नहीं मिलता था, जितना अब मिलता है। केंद्र और प्रदेश सरकार भी गांवों के विकास पर फोकस कर रही है। तमाम योजनाओं के तहत कई मदों से धन दिया जाता है। सांसद, विधायक निधि से भी विकास कार्य होते हैं। इसके अलावा हैंडपंप मरम्मत, सफाई आदि के लिए भरपूर पैसा मिलता है।
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62 सीटों पर 596 दावेदार-
किशनी ब्लाक में 62 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव होगा। इन पदों के लिए इस बार 596 दावेदार मैदान में है। वैसे, यहां 692 नामांकन भरे गए थे, जिनमें से 18 खारिज हो गए, जबकि 78 ने नाम वापस ले लिए।
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बीडीसी की 94 सीट, 391 में मुकाबला
किशनी क्षेत्र पंचायत में बीडीसी के लिए कुल 97 सीट हैं। इन पदों के लिए 423 नामांकन हुए थे, एक जांच में निरस्त होने के बाद अब 94 सीट के लिए 422 प्रत्याशी रण में जमे हैं, जबकि तीन सदस्य निर्विरोध हो चुके हैं।