आक्सीजन प्लांट को मिला जेनरेटर, चौबीस घंटे होगा संचालन

साढे़ पांच माह के बाद ही सही प्रशासन ने संज्ञान तो लिया। आक्सीजन प्लांट पर जेनरेटर स्थापित करा दिया गया है। अभी तक बगैर जेनरेटर के ही प्लांट का संचालन कराया जा रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 04:15 AM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 04:15 AM (IST)
आक्सीजन प्लांट को मिला जेनरेटर, चौबीस घंटे होगा संचालन
आक्सीजन प्लांट को मिला जेनरेटर, चौबीस घंटे होगा संचालन

जासं, मैनपुरी: साढे़ पांच माह के बाद ही सही, प्रशासन ने संज्ञान तो लिया। आक्सीजन प्लांट पर जेनरेटर स्थापित करा दिया गया है। अभी तक बगैर जेनरेटर के ही प्लांट का संचालन कराया जा रहा था।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का कहर झेलने के बाद शासन स्तर से 100 शैया अस्पताल के पीछे जन प्रतिनिधियों द्वारा उपलब्ध कराई गई निधि से आक्सीजन प्लांट स्थापित कराया गया। इसके बाद पीएम केयर फंड की मदद से जिला अस्पताल परिसर और 100 शैया परिसर में अलग से दो अन्य आक्सीजन प्लांट स्थापित कराए गए थे। इनमें से किसी भी प्लांट पर जेनरेटर की व्यवस्था नहीं कराई गई थी। सभी प्लांट सीधे विद्युत आपूर्ति से संचालित हो रहे थे। बिजली गुल होने पर प्लांट का संचालन भी बंद पड़ जाता था। 13 नवंबर को निरीक्षण करने पहुंचे सयुक्त निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डा. वीके सिंह चौहान ने इस लापरवाही पर जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई थी। उन्होंने तत्काल कार्यदायी संस्था को जेनरेटर की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए थे। रविवार को कार्यदायी संस्था द्वारा एल-2 के पास स्थापित प्लांट पर जेनरेटर स्थापित कर दिया है। इसकी देखरेख करने वाले इंजीनियर राहुल का कहना है कि जेनरेटर का कनेक्शन करने के बाद इसे डबल मोड पर जोड़ दिया जाएगा। बिजली गुल होते ही यह स्वत: चालू हो जाएगा। प्लांट का संचालन प्रभावित नहीं होगा। दो अन्य प्लांट के लिए भी जल्द ही जेनरेटर के प्रबंध कराए जाएंगे। कार्यदायी संस्थाओं को इसके लिए कहा गया है। तीनों प्लांट आपस में इंटरकनेक्ट हैं। यदि एक से आपूर्ति प्रभावित होती हे तो दूसरे से आक्सीजन की सप्लाई मिलती रहेगी।

डा. पीपी सिंह, सीएमओ।

chat bot
आपका साथी