चौबीस घंटे में सिर्फ सात संक्रमित मिले

कोरोना क‌र्फ्यू का असर अब दिखने लगा है। जिले में संक्रमण के ग्राफ में तेजी से कमी आई है। चौबीस घंटे में पूरे जिले में सिर्फ सात मरीजों में ही वायरस की पुष्टि हुई है। जबकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 31 May 2021 04:37 AM (IST) Updated:Mon, 31 May 2021 04:37 AM (IST)
चौबीस घंटे में सिर्फ सात संक्रमित मिले
चौबीस घंटे में सिर्फ सात संक्रमित मिले

जासं, मैनपुरी : कोरोना क‌र्फ्यू का असर अब दिखने लगा है। जिले में संक्रमण के ग्राफ में तेजी से कमी आई है। चौबीस घंटे में पूरे जिले में सिर्फ सात मरीजों में ही वायरस की पुष्टि हुई है। जबकि, ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

जिले में 22 अप्रैल से 15 मई तक कहर बरपाने के बाद कोरोना का वायरस अब कम होने लगा है। मई के दूसरे पखवाडे़ से हालातों में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार चौबीस घंटे में सिर्फ सात कोविड मरीज मिले हैं। इनमें शहर में एक 11 साल की बच्ची और राधा रमन रोड पर 31 साल के युवक ही शामिल हैं, बाकी पांच मरीज ग्रामीण इलाकों से हैं। सीएमओ डा. एके पांडेय का कहना है कि संक्रमण की रफ्तार कम होना एक सकारात्मक संकेत है। जितने मरीज रोजाना मिल रहे हैं, उससे लगभग तीन गुना मरीज प्रतिदिन ठीक होकर घर पहुंच रहे हैं। एल-2 आइसोलेशन अस्पताल में भी मरीजों की संख्या में अब कमी आ रही है। कोविड कमांड सेंटर अलर्ट पर

भले ही संक्रमण कम हो रहा है, लेकिन शासन द्वारा सभी कमांड सेंटरों को अलर्ट पर रखा गया है। सीएमओ कार्यालय में संचालित कोविड कमांड सेंटर पर प्रतिदिन प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा समीक्षा बैठक कर जानकारी जुटाई जा रही है। सख्त निर्देश हैं कि होम आइसोलेशन में भर्ती मरीजों से प्रतिदिन फोन पर उनकी सेहत की जानकारी ली जाए। यदि किसी प्रकार की आवश्यकता पड़ती है तो तत्काल उन्हें राहत मुहैया कराई जाए। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष का कोरोना से निधन

संसू, भोगांव : कोरोना संक्रमित होने बाद लगातार स्वास्थ्य गिरने से राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष का रविवार सुबह सैफई पीजीआइ में निधन हो गया। स्वजनों ने कोविड प्रोटोकाल के साथ उनका अंतिम संस्कार कुर्रा क्षेत्र के गांव जालिमपुर में किया गया।

नगर के मुहल्ला रसूलाबाद निवासी डा. दीप सिंह पाल बीते दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद सैफई पीजीआइ में डाक्टरों की निगरानी में थे। हालत बिगड़ने पर उन्हें आइसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया। रविवार सुबह अचानक उनकी हालत बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया। वे लंबे समय तक समाजवादी पार्टी राजनीति में सक्रिय रहे। दो बार सपा जिलाध्यक्ष रहने के साथ ही अखिलेश यादव सरकार में उन्हें राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था। पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव, पूर्व मंत्री आलोक शाक्य, एमएलसी अरविद यादव, सदर विधायक राजू यादव, विधायक ब्रजेश कठेरिया, विधायक करहल सोबरन सिंह यादव, पूर्व एमएलसी अवधेश यादव, सपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव, पूर्व मंत्री तोताराम यादव, जिला पंचायत सदस्य सुजान सिंह यादव, सतीश यादव, केपी सिंह यादव, मानवेंद्र यादव, खुमान सिंह वर्मा ने शोक व्यक्त किया है।

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