60 में से सिर्फ 15 ऋण फाइल बैंक ने की स्वीकृत

स्वरोजगार की ख्वाहिश लिए दफ्तरों में पहुंचे शहरी बेरोजगारों की 60 ऋण फाइलें डूडा विभाग को स्वीकृति के लिए भेजी गई लेकिन इनमें से सिर्फ 15 फाइल ही स्वीकृत की गई हैं। शेष फाइलें अब भी लंबित पड़ी हुई हैं। अब डूडा द्वारा दोबारा बैंकों को लाभार्थियों से संबंधित शिकायतें भेजकर फाइलों पर संज्ञान लेने को कहा जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 04:27 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 04:27 AM (IST)
60 में से सिर्फ 15 ऋण फाइल बैंक ने की स्वीकृत
60 में से सिर्फ 15 ऋण फाइल बैंक ने की स्वीकृत

जासं, मैनपुरी : स्वरोजगार की ख्वाहिश लिए दफ्तरों में पहुंचे शहरी बेरोजगारों की 60 ऋण फाइलें डूडा विभाग को स्वीकृति के लिए भेजी गई, लेकिन इनमें से सिर्फ 15 फाइल ही स्वीकृत की गई हैं। शेष फाइलें अब भी लंबित पड़ी हुई हैं। अब डूडा द्वारा दोबारा बैंकों को लाभार्थियों से संबंधित शिकायतें भेजकर फाइलों पर संज्ञान लेने को कहा जाएगा।

शासन द्वारा शहरी बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन कराया जा रहा है। ज्यादातर बेरोजगारों द्वारा स्वरोजगार कार्यक्रम में रुचि दिखाई जा रही है। डूडा में जिला समन्वयक नितिन कनौजिया का कहना है कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को 20 हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक का लोन अपना निजी कारोबार संचालित करने के लिए बैंकों द्वारा उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था है।

मार्च 2021 तक 60 लाभार्थियों को इस योजना से लाभान्वित कराए जाने का लक्ष्य शहर को मिला था। जिसमें से डूडा कार्यालय द्वारा आवेदकों की फाइलों को सत्यापित कर अलग-अलग बैंकों के पास लोन के लिए भेजा जा चुका है। इनमें से अब तक बैंकों द्वारा सिर्फ 15 फाइलों को ही लोन की स्वीकृति मिली है। शेष फाइलें अब भी बैंकों में टेबलों पर ही अटकी हुई हैं। आवेदकों के प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई के लिए दोबारा बैंकों से अपील की जाएगी। इन औपचारिकता के बाद ही बढे़गी फाइल

जिला समन्वयक का कहना है कि स्वरोजगार कार्यक्रम के तहत योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदकों को आवेदन फार्म के साथ आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या और एक लाख रुपये सालाना से कम का आय प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से जमा कराना होगा। कार्यालय द्वारा सत्यापित करने के बाद सभी फाइलों को लोन संबंधित अग्रिम कार्रवाई के लिए बैंकों को हस्तांतरित कर दिया जाता है। उसके बाद की पूरी प्रक्रिया बैंकों को ही करनी होती है। यहां इतनों को मिला लाभ

बैंक, लाभार्थी

आर्यावर्त बैंक, 06

एसबीआइ, 02

पीएनबी, 02

यूनियन बैंक, 01

सेंट्रल बैंक, 04 डूडा द्वारा जिन योजनाओं का संचालन कराया जा रहा है, उनका लाभ वास्तविक लाभार्थियों को दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों से अपील है कि वे योजनाओं के बारे में जानकारी करने के बाद आवेदन जरूर करें।

आरके सिंह, प्रभारी परियोजना निदेशक डूडा।

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