बुखार से वृद्धा की मौत, 30 में मिले डेंगू के लक्षण

अब शहर में भी बढ़ा प्रकोप कई कालोनियों में हैं मरीज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 06:40 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 06:40 AM (IST)
बुखार से वृद्धा की मौत, 30 में मिले डेंगू के लक्षण
बुखार से वृद्धा की मौत, 30 में मिले डेंगू के लक्षण

जासं, मैनपुरी: बुखार और डेंगू अब जानलेवा होने लगा है। इलाज के दौरान एक वृद्धा की मौत हो गई, जबकि 30 नए मरीजों में डेंगू जैसे लक्षणों की पुष्टि हुई है। इनमें से 12 मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहर में भी अब बुखार का प्रकोप बढ़ने लगा है। कई कालोनियों में मरीज हैं।

जिले में बुखार की स्थिति बेकाबू होने लगी है। खुद लोग इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि अब से पहले उन्होंने इतना कहर नहीं देखा था। कोतवाली क्षेत्र के नगला घनी निवासी मुन्नी देवी (60) पत्नी सोनपाल को बुखार से हालत खराब होने पर स्वजन जिला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर पहुंचे, जहां उनकी मौत हो गई। दिन भर में इमरजेंसी में आधा सैकड़ा से ज्यादा बुखार पीड़ितों को भर्ती कराया गया।

शाम के समय में आई ब्लड रिपोर्ट में 30 मरीजों में डेंगू जैसे लक्षणों की पुष्टि हुई है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग डेंगू के आंकड़ों को छिपाने में लगा हुआ है। स्थिति यह है कि अब तक लगभग दो सैकड़ा लोगों में डेंगू के लक्षण मिल चुके हैं। इनमें से कुछ को जिला अस्पताल में भर्ती रखकर उपचार दिया जा रहा है, जबकि ज्यादातर गैर जिलों के प्राइवेट अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं।

शहर में कई कालोनियों में बुखार और डेंगू के मरीज हैं। जिला अस्पताल के पीछे बसी कालोनी के अलावा आवास विकास कालोनी, हंस नगर, राधा रमन रोड, आगरा रोड, देवपुरा, बंशीगौहरा, पंजाबी कालोनी, नगला रते, रामलीला मैदान, राजीव गांधी नगर सहित कई कालोनियों में सैकड़ों की संख्या में मरीज मौजूद हैं। डीएम पहुंचे जिला अस्पताल, टटोली सुविधाओं की नब्ज

जासं, मैनपुरी : स्वास्थ्य सुविधाओं की नब्ज टटोलने के लिए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह सोमवार की शाम जिला अस्पताल पहुंचे। यहां वार्डों में भर्ती मरीजों व उनके तीमारदारों से बात कर उन्होंने सेहत की जानकारी जुटाई। अस्पताल प्रशासन को बेहतर उपचार देने के निर्देश दिए हैं।

डीएम ने शाम के समय में इमरजेंसी में पहुंचकर यहां भर्ती मरीजों से बात की। यहां बुखार पीड़ित मरीजों को सामान्य मरीजों से अलग भर्ती रखकर बेहतर उपचार देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीएचसी और पीएचसी पर भी बुखार का इलाज मिल रहा है। इसलिए बेहतर है कि मरीज झोलाछाप के पास न जाएं। यदि किसी अस्पताल में उपचार मिलने में समस्या होती है तो उसकी जानकारी दें।

इनडोर के वार्डों में जाकर यहां बुखार पीड़ित मरीजों की स्थिति की जानकारी उनके तीमारदारों से जुटाई। उन्होंने कहा कि फिजीशियन व अन्य चिकित्सक लगातार राउंड लेकर मरीजों की सेहत के बारे में जानकारी करें। तीमारदारों से अपील करते हुए कहा कि वे वार्डों में भीड़ न लगाएं। एक मरीज के साथ एक ही तीमारदार रुकें।

उन्होंने सीएमएस डा. अरविद कुमार गर्ग को साथ लेकर अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की भी जानकारी की। मरीजों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि जिला अस्पताल में बुखार का बेहतर उपचार है। सभी प्रकार की दवाएं भी उपलब्ध हैं। अभी तक जितने मरीजों को बुखार से गंभीर हालत में भर्ती किया गया था, उनमें से ज्यादातर ठीक होकर घर जा चुके हैं।

chat bot
आपका साथी