अब गांव-गांव होगा न्यूनतम समर्थन मूल्य को आंदोलन

भाकियू के पदाधिकारियों ने शहर मंडी पर प्रदर्शन कर कृषि कानून वापस लेने की मांग उठाई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Mar 2021 05:31 AM (IST) Updated:Sat, 20 Mar 2021 05:31 AM (IST)
अब गांव-गांव होगा न्यूनतम समर्थन मूल्य को आंदोलन
अब गांव-गांव होगा न्यूनतम समर्थन मूल्य को आंदोलन

जासं, मैनपुरी: किसान अपना गेहूं मंडी में या खुले बाजार में बेचे, उसे न्यूनतम समर्थन दिलाया जाए। अब इसी आह्वान के साथ भाकियू गांव- गांव आंदोलन करेगी। केंद्र सरकार ने भी तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग भाकियू ने उठाई।

शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान शहर की नवीन मंडी के गेट दो पर एकत्र हुए। संगठन के राष्ट्रीय आह्वान पर एकत्र किसानों ने कहा कि एक अप्रैल से सरकारी खरीद शुरू होने जा रही है। किसान चाहता है कि गेहूं चाहे मंडी में बिके या मंडी के बाहर, उसे सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल का मिलना चाहिए। ऐसा नहीं होता है तो किसान हर गांव में इसकी मांग करते हुए आंदोलन करेगा।

इस मौके पर पीएम को ज्ञापन भी भेजा गया, जिसमें तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के अलावा किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, 24 जनवरी को आंदोलन के दौरान जब्त ट्रैक्टर आदि वापस देने, दिल्ली सरकार द्वारा जब्त किए गए वाहनों को देने और सिचाई के लिए बिजली निश्शुल्क देने की मांग की गई। किसानों ने डीजल- पेट्रोल के अलावा रसोई गैस पर की गई मूल्यवृद्धि को वापस लेने को भी कहा। आंदोलन के दौरान रूपेंद्र शाक्य, हरि सिंह, पिटू यादव, राजेश राजपूत, भूप सिंह, राधेश्याम शाक्य, ओमबीर यादव, योगेंद्र प्रताप दुबे, हरि सिंह आदि के अलावा तमाम किसान मौजूद रहे।

कृषि बीज भंडार पर बीज न होने से किसान परेशान

संसू, घिरोर : कृषि बीज भंडार घिरोर पर बीज उपलब्ध न होने के कारण क्षेत्रीय किसानों में काफी रोष है। आलू की खोदाई के बाद किसान खेतों में उर्द, मूंग और मूंगफली की फसल की बुआई करना चाहते थे। परंतु इस बार बीज ही नहीं मिल रहा।

कृषि विभाग से किसानों को कम कीमत पर बीज दिया जाता है। किसानों को सरकारी बीज खरीदने पर काफी फायदा होता है। इस वर्ष कृषि बीज भंडार पर बीज न होने से क्षेत्रीय किसान परेशान हैं। बाजार से दोगुनी कीमत पर बीज खरीदने को वे मजबूर है। किसानों ने उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द बीज भंडार पर उर्द, मूंग और मूंगफली के बीज को भेजा जाएं, जिससे किसानों को बाजार से दोगुनी कीमत पर बीज न खरीदना पड़े।

मांग करने वालों में किसान राजेंद्र शाक्य, मानसिंह, महाराज सिंह, प्रवेश कुमार, दिलीप कुमार, अहिबरन सिंह, किशन लाल, रामकिशन, बेंचेलाल, किशनवीर सिंह, आशाराम, हरिविलास शामिल है।

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