रीछपुरा तालाब के उद्धार को नहीं जागी चेतना

20 वर्षों से नहीं हुई सफाई जलमंजनी और गंदगी ने बढ़ाई मुश्किल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 06:00 AM (IST)
रीछपुरा तालाब के उद्धार को नहीं जागी चेतना
रीछपुरा तालाब के उद्धार को नहीं जागी चेतना

संसू, कुरावली: विकास खंड कुरावली के गांव रीछपुरा में तालाब को जिदा रखने के लिए इंसानी चेतना ही मर चुकी है। 20 वर्षों से भी ज्यादा समय से तालाब की सफाई नहीं कराई गई है। जलमंजनी और गंदगी से पटे तालाब में अब अनदेखी की वजह से जलस्तर तेजी से गिरने लगा है। यही हाल रहा तो तालाब सूखने के कगार पर पहुंच जाएगा।

रीछपुरा में बुजुर्गों को तालाब से जुड़ी पुरानी बातें तो याद हैं, लेकिन बदतर होते जा रहे स्वरूप को दोबारा सुधारने के लिए प्रयास करना कोई नहीं चाहता। गांव वालों की मानें तो तालाब लगभग पांच बीघा के दायरे में फैला हुआ था। धीरे-धीरे गांव के ही लोगों ने किनारों पर कचरा और गोबर के उपले रखना शुरू कर दिया। अब स्थिति यह हो चुकी है कि बड़ा हिस्सा कब्जे की चपेट में है।

सफाई न होने की वजह से पूरे तालाब में जलमंजनी और गंदगी पड़ी हुई है। इसकी वजह से पानी धीरे-धीरे सूख रहा है। बाहर से पानी पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे जलस्तर को बढ़ने में मदद नहीं मिल पा रही है। गांव वाले चिता जताते हैं कि यदि यही हाल रहा तो तालाब सूख जाएगा। तालाब की ओर जाने वाले पानी के सभी स्त्रोत भी लगभग बंद हो चुके हैं। कहते हैं लोग

इस तालाब को लेकर किसी भी प्रधान ने रुचि नहीं ली। 20 साल से ज्यादा बीत गए हैं, आज तक किसी के द्वारा कोई सफाई नहीं कराई गई। इससे तालाब का अस्तित्व खतरे में है।

राजबहादुर सिंह। याद है बहुत साल पहले गांव के ही लड़कों की मदद से इस तालाब में हम लोगों ने निजी खर्च पर जलमंजनी निकाली थी। अगर, प्रशासन द्वारा दोबारा गहराई से सफाई हो जाए तो तालाब दुरुस्त होने लगेगा।

सीताराम।

संकल्प

अगर, इस बार भी जिम्मेदारों ने तालाब की सफाई को कोई कदम नहीं उठाया तो गांव के लोगों की मदद से हम युवाओं को ही पहल करनी होगी। तालाब को दोबारा सही बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।

नरेंद्र कुमार।

तालाब की सफाई और सुंदरीकरण के लिए सभी ग्रामीण सामूहिक हस्ताक्षर कर जिला प्रशासन से गुहार लगाएंगे। सफाई के बाद तालाब की गहरी खोदाई और पानी भरवाने की मांग की जाएगी।

मानिकचंद।

गांव में गलियों से होकर नालियों के बहने वाले पानी को तालाब की ओर मोड़ने पर विचार किया जाएगा। प्रयास होगा कि बारिश के पानी से तालाब के जलस्तर को बेहतर बनाया जाए।

प्रवीन कुमार।

तालाब के किनारे से कब्जे हटवाकर किनारों को पक्का बनवाने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने चाहिए। इसके अलावा किनारों पर पौधारोपण भी कराया जाए।

सुनील कुमार।

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