नवरात्र आज से, बाहर से ही होगी मैया की पूजा-अर्चना

शीतला धाम में मास्क लगाकर बाहर से ही कर सकेंगे आराधना मंदिर को कराया सैनिटाइज भीड़ रोकने के भी होंगे प्रबंध

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:09 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 06:09 AM (IST)
नवरात्र आज से, बाहर से ही होगी मैया की पूजा-अर्चना
नवरात्र आज से, बाहर से ही होगी मैया की पूजा-अर्चना

जासं, मैनपुरी: 13 अप्रैल से नवसंवतसर की शुरूआत होगी, इसी के साथ नवरात्र का शुभारंभ होगा। माता के आगमन को लेकर मंदिरों में साज-सज्जा कर ली गई है। वहीं, बाजार में तैयारियां होने लगी हैं। भक्तों के लिए इस बार पूजा से जुड़ी सामग्री भी रखी गई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत इस बार भी शीतला मंदिर के गेट पर ताला रहेगा, पूजा बाहर से ही होगी। इस दौरान मास्क की अनिवार्यता रहेगी।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच इस बार नवरात्र की शुरूआत होगी। शासन के भीड़ को रोकने के लिए दिए निर्देशों के अनुसार, मंदिरों में ज्यादा भीड़ नहीं होने दी जाएगी। भीड़ रोकने के लिए पुलिस के भी इंतजाम रहेंगे। वहीं, शीतला माता मंदिर में भी इस बार भक्तों को कोरोना बंदिशों का पालन करना होगा। मंदिर के पुजारी रामनरेश शुक्ला ने सोमवार को बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश रोकने को गेट बंद रहेंगे। जालीदार गेट से ही श्रद्धालु माता की आराधना बाहर से ही कर सकेंगे। इस दौरान मास्क की भी अनिवार्यता रहेगी। भीड़ को जमा नहीं होने दिया जाएगा।

मंदिर को सैनिटाइज कराया

शीतला धाम मंदिर की समूचे जिले में खास मान्यता है। यहां कम तादाद में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सोमवार को मंदिर की सफाई कराई। साथ ही मंदिर परिसर को सैनिटाइज कराया गया।

दूसरे मंदिरों में भी बंदिशें

कोरोना संक्रमण को लेकर शहर के दूसरे मंदिरों में भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं, जिनका पालन श्रद्धालुओं को करना होगा। बंदिशों का पालन कराने को पुलिसकर्मी भी रहेंगे। नए साल के राजा और मंत्री होंगे मंगल

नव संवत्सर 2078 मंगलवार से शुरू हो जाएगा। हिदू कैलेंडर के पहले महीना चैत्र में मां दुर्गा की भक्ति के साथ ही विभिन्न धार्मिक और मांगलिक कार्य होंगे। वर्तमान में आनंद संवत्सर 2077 चल रहा है। धार्मिक विद्वानों के अनुसार नव संवत्सर का नाम इस बार राक्षस होगा। आचार्य शीलनामाचार्य के अनुसार, नव संवत्सर का राजा और मंत्री दोनों ही इस बार मंगल होंगे। नए साल में भी महामारी का प्रभाव रहेगा। वहीं, चंद्रमा मेष राशि में होगा। नए साल की मध्य रात्रि 2 बजे सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र का उदय 18 अप्रैल को होगा।

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