शिक्षण के हुनर से जीतेंगे राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

विद्यार्थी हित में किए गए काम पुरस्कार हासिल करने का माध्यम बनेंगे। दो बेसिक और एक माध्यमिक के शिक्षक का आनलाइन साक्षात्कार हो चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 04:20 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 04:20 AM (IST)
शिक्षण के हुनर से जीतेंगे राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
शिक्षण के हुनर से जीतेंगे राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

जासं, मैनपुरी: इस साल जिले के तीन शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार जीतने की कतार में हैं। तीनों ही शिक्षकों ने स्कूल और विद्यार्थी हित में बेहतर काम किए हैं, इन्हीं कामों के बल पर यह पुरस्कार जीतना चाहते हैं। वह इसके लिए आनलाइन साक्षात्कार भी दे चुके हैं। इनमें एक माध्यमिक और दो बेसिक के शिक्षक शामिल हैं। वैसे, तीनों ही शिक्षा क्षेत्र में काफी नाम भी अर्जित कर चुके हैं।

शिक्षित समाज का केंद्र बिदु शिक्षक केवल छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास का विकास ही करते, बल्कि सीखने-समझने की क्षमता को बढ़ाकर दिमाग की कुंजी भी खोलते हैं। जिले से राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार के लिए ऐसे ही बेहतर कार्य करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के आवेदन मांगे गए थे। मैनपुरी से कुरावली के लखौरा स्थित डीएवी हायर सैकेंडरी स्कूल के शिक्षक हरीश चंद, पूर्व माध्यमिक विद्यालय भोजपुरा की शिक्षिका मीनाक्षी पाल और कंपोजिट विद्यालय नाहिली, घिरोर के प्रधान अध्यापक महेंद्र प्रताप सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए शिक्षा क्षेत्र में किए गए काम और हुनर के बल पर आवेदन किया था।

अब इसी 27 जुलाई को तीनों शिक्षक-शिक्षिका का आनलाइन राज्य स्तर पर साक्षात्कार हो गया है। जल्द ही राष्ट्रीय स्तर के लिए परिणाम आएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मनोज वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार के लिए जिले से तीन शिक्षक-शिक्षिका का साक्षात्कार हो गया है। जल्द ही परिणाम आएगा। कोरोना काल में आनलाइन शिक्षण नवाचार

पूर्व माध्यमिक विद्यालय भोजपुरा के विद्यार्थियों के बहुमुखी विकास के लिए प्रयासरत शिक्षिका मीनाक्षी पाल ने बीते साल लाकडाउन में सर्वप्रथम आनलाइन शिक्षण नवाचार प्रारंभ किया, कई नवाचार करते हुए विद्यालय के नामांकन में बढ़ोतरी की, शिक्षक संकुल के रूप में अन्य विद्यालयों को भी प्रेरणा लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रेरित किया। बालिका शिक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में कार्य करके सामाजिक कार्य में भी पहचान बनाई, मास्क बनाकर अपने गांव में बांटे। एक छात्रा ने उड़ान प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर स्थान प्राप्त किया। इस वर्ष राष्ट्रीय इकोवैम हैंड प्रिट फ्लैग अवार्ड विजेता बनी। दो बार जिला स्तर पर नारी शक्ति सम्मान मिला, टाउन सोसायटी द्वारा राष्ट्रीय बेस्ट टीचर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया वीडियो से शिक्षण कराने का विकल्प

विज्ञान-गणित शिक्षक हरिश्चंद्र सिंह के कोरोना काल में बनाए गए पांच दर्जन वीडियो विद्यार्थियों के लिए शिक्षण का माध्यम बने। शासन के निर्देश पर शिक्षण के लिए आनलाइन पढ़ाई के लिए यह वीडियो बनाकर डीआइओएस को यू-ट्यूब के माध्यम से भेजे गए। संयुक्त शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक की संस्तुति और एनसीईआरटी के परीक्षण के बाद उत्तर प्रदेश दूरदर्शन, स्वयंप्रभा चैनल, विद्या चैनल और अन्य चैनल के माध्यम से यह वीडियो आज भी प्रसारित हो रहे हैं। वीडियो बनाने के लिए हरिश्चंद्र सिंह को जिला, मंडल और प्रदेश स्तर पर भी सम्मान मिला है। प्रदेश स्तर पर विद्यार्थियों को खेल में प्रतिभाग करवाने वाले हरिश्चंद्र सिंह लेखन भी करते हैं। आइसीटी अवार्ड मिला

शिक्षक महेंद्र प्रताप सिंह के समर्पण से आज नाहिली पूर्व माध्यमिक विद्यालय की हर दीवाल विद्यार्थियों को शिक्षण के लिए प्रेरणा देती है। बेसिक शिक्षा निदेशक की ओर से इस विद्यालय को प्रदेश स्तरीय आइसीटी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। जिले में हुई शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन की परीक्षा में इस विद्यालय से सात बच्चे चयनित हुए। विद्या ज्ञान की प्रदेश स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा 2018 में एक छात्रा और 2019 में दो छात्र चयनित हुए। आज यह विद्यालय विद्यार्थी संख्या और शिक्षण से जिले में पहचान बना चुका है। शिक्षक से पहले महेंद्र प्रताप सिंह पीएसी और वायरलैस पुलिस में तैनात रहे। गांव में चार साल की अवधि के दौरान पांच सौ पौधे रोपित कराए।

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