छत पर सो रही विवाहिता की गोली मारकर हत्या
पति से विवाद के बाद दो साल से मायके में रह रही थी मौके पर पड़ा मिला कारतूस का खोखा अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट
संसू, भोगांव : पति से विवाद के बाद मायके में रह रही विवाहिता की छत पर सोते समय कनपटी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतका के भाई ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस तहकीकात करने में जुट गई है।
थाना भोगांव क्षेत्र के गांव जलालपुर की रीता कठेरिया का विवाह 10 साल पहले एटा के थाना सकीट क्षेत्र के गांव कुची निवासी सोनू के साथ हुआ था। रीता तीन बच्चों की मां थी। दो साल पहले पति से विवाद के बाद मायके में रह रही है। रीता की बड़ी पुत्री सात वर्षीय राधिका उसके साथ रह रही थी, जबकि दो बच्चे पति के पास रह रहे हैं। रीता के माता-पिता की मौत हो चुकी है। भाई राजवीर की पत्नी भी अपने मायके रहती है। बुधवार रात करीब नौ बजे रीता मकान की छत पर सो रही थी। अज्ञात हमलावर ने छत पर चढ़कर रीता की कनपटी में गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
जानकारी होते ही मुहल्ले के लोग मौके पर पहुंच गए। हमलावर को तलाश किया गया, लेकिन कोई पता नहीं चला। कुछ देर में पुलिस पहुंच गई। घटनास्थल पर 315 बोर के कारतूस का खोखा पड़ा था। घटना की रिपोर्ट रीता के भाई राजवीर ने दर्ज कराई है। राजवीर ने बताया कि घटना के समय वह नीचे कमरे में सोया हुआ था। वह हमलावर को देख नहीं सका है। सीओ भोगांव अमर बहादुर ने बताया कि हमलावर के संबंध में सुराग जुटाए जा रहे हैं, जल्द पता लगाकर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रीता के साथ चारपाई पर लेटी थी बेटी
रीता की बेटी राधिका ने बताया कि घटना के समय वह भी मां के साथ चारपाई पर करवट लेकर लेटी थी। उसका मुंह दूसरी तरफ था। मां सो रही थी, तभी गोली चलने की आवाज आई। पहले उसे लगा कि किसी ने पड़ोस में पटाखा चलाया है। उसने घूमकर देखा तो एक व्यक्ति भागता दिखाई दिया। वह जीने से उतर कर नीचे चला गया।
राधिका ने दिए हमलावरों के संबंध में सुराग
घटना की रिपोर्ट अज्ञात हमलावर के खिलाफ दर्ज कराई है। राधिका ने हमलावर के संबंध में पुलिस को अहम सुराग दिए हैं। सूत्रों का दावा है कि राधिका ने हमलावर की पहचान कर ली है। उसका नाम भी पुलिस को बताया है। हमलावर बाहर का निवासी है। राधिका से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस छानबीन कर रही है।
समझौता करना चाहता था रीता का पति
ग्रामीणों ने बताया कि रीता का पति सोनू उससे समझौता करना चाहता था। वह रीता को कई बार लेने के लिए गांव आया, लेकिन वह ससुराल जाने के लिए तैयार नहीं थी। सोनू ने जलालपुर के कई लोगों से रीता के साथ पंचायत कराने का अनुरोध किया था। लेकिन पंचायत नहीं हो सकी।
मोबाइल के जरिए लग सकता है हमलावर का सुराग
ग्रामीणों ने बताया कि रीता मोबाइल का प्रयोग काफी करती थी। अक्सर मोबाइल पर बात करते हुए दिखाई देती थी। लोगों का मानना है कि अगर रीता का मोबाइल सर्विलांस पर लिया जाए और काल डिटेल निकाल कर जांच की जाए तो हमलावर के संबंध में सुराग मिल सकते हैं।