स्वास्थ्य कर्मियों का आंदोलन गहराया, नहीं दौड़ीं एंबुलेंस

ठेका कंपनी की मनमानी के विरोध में एंबुलेंस चालकों एवं अन्य कर्मियों का आंदोलन गुरुवार को भी जारी रहा। कुछ चालकों ने एंबुलेंस का संचालन नहीं किया। हालांकि ज्यादातर द्वारा मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया। हड़ताली कर्मियों का आरोप है कि प्रशासन उन पर दबाव बना रहा है। वहीं पुलिस ने कुछ साथियों को हिरासत में लिया है। कंपनी जबरन सेवा समाप्ति करने को दबाव बना रही है। हड़ताल को लेकर सीएमओ का कहना है कि उनके पास अतिरिक्त चालकों की व्यवस्था है। यदि जरूरत पड़ी तो उनकी मदद से मरीजों को सुविधा दी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 04:12 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 04:12 AM (IST)
स्वास्थ्य कर्मियों का आंदोलन गहराया, नहीं दौड़ीं एंबुलेंस
स्वास्थ्य कर्मियों का आंदोलन गहराया, नहीं दौड़ीं एंबुलेंस

जासं, मैनपुरी: ठेका कंपनी की मनमानी के विरोध में एंबुलेंस चालकों एवं अन्य कर्मियों का आंदोलन गुरुवार को भी जारी रहा। कुछ चालकों ने एंबुलेंस का संचालन नहीं किया। हालांकि ज्यादातर द्वारा मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया। हड़ताली कर्मियों का आरोप है कि प्रशासन उन पर दबाव बना रहा है। वहीं पुलिस ने कुछ साथियों को हिरासत में लिया है। कंपनी जबरन सेवा समाप्ति करने को दबाव बना रही है। हड़ताल को लेकर सीएमओ का कहना है कि उनके पास अतिरिक्त चालकों की व्यवस्था है। यदि जरूरत पड़ी तो उनकी मदद से मरीजों को सुविधा दी जाएगी।

एंबुलेंस संचालन की सेवा प्रदाता कंपनी में बदलाव किए जाने से नाराज एंबुलेंस चालक हड़ताल पर चल रहे हैं। गुरुवार को भी विरोध का असर दिखाई दिया। जिला अस्पताल परिसर में खड़ी होने वाली ज्यादातर एंबुलेंस का संचालन नहीं हुआ। कर्मचारियों का आरोप है कि अपनी बात रखने पर प्रशासन द्वारा उन पर दबाव बनाया जा रहा है। आरोप है कि उनके चार साथियों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है। कंपनी द्वारा जबरदस्ती सेवा समाप्त कराई जा रही है। विरोध में कुछ कर्मचारियों द्वारा अपने-अपने प्वाइंट पर ही विरोध किया और एंबुलेंस का संचालन नहीं किया। जबकि ज्यादातर ने एंबुलेंस से मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाया गया। इस मामले में सीएमओ डा. पीपी सिंह का कहना है कि यदि कर्मचारी वापस नहीं लौटते हैं तो उनसे चाबी वापस ले ली जाएगी। एंबुलेंस का संचालन करने के लिए बाहर से अतिरिक्त चालकों की व्यवस्था कंपनी द्वारा कराई गई है। इनकी मदद से एंबुलेंस का संचालन करा मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाया जाएगा। कोतवाली प्रभारी बोले सिर्फ पूछताछ को बुलाया था

कोतवाली प्रभारी भानु प्रताप सिंह का कहना है कि एंबुलेंस कर्मचारी संगठन के चार पदाधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बात करके उन सभी से काम पर वापस लौटने की अपील की गई और बाद में सभी को वापस भेज दिया गया। अस्पताल में तैनात रही पुलिस

एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल को देखते हुए गुरुवार को जिला अस्पताल में पुलिस के पर्याप्त प्रबंध कराए गए थे। परिसर में एक सब इंस्पेक्टर के नेतृत्व में आधा दर्जन सिपाहियों को तैनात किया गया था। दिनभर इनके द्वारा निगरानी की गई।

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