मोदी और योगी संत, भारत माता का विरोध बर्दाश्त नहीं

सालों बाद प्रदेश और देश को संत मिले हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनेता नहीं संत हैं। यह दोनों अपने लिए नहीं समाज और राष्ट्र के लिए काम करते हैं। सबका विकास करने को दिन-रात लगे रहते हैं। राष्ट्र चेतना यात्रा का उद्देश्य सनातन धर्म और संस्कृति को बचाना है। यह बात बुधवार को प्रदेश के सभी 75 जिलों में राष्ट्र चेतना जगाने के लिए निकले महामंडलेश्वर स्वामी हितेश्वरनाथ ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 04:15 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 04:15 AM (IST)
मोदी और योगी संत, भारत माता का विरोध बर्दाश्त नहीं
मोदी और योगी संत, भारत माता का विरोध बर्दाश्त नहीं

जासं, मैनपुरी : सालों बाद प्रदेश और देश को संत मिले हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनेता नहीं, संत हैं। यह दोनों अपने लिए नहीं, समाज और राष्ट्र के लिए काम करते हैं। सबका विकास करने को दिन-रात लगे रहते हैं। राष्ट्र चेतना यात्रा का उद्देश्य सनातन धर्म और संस्कृति को बचाना है। यह बात बुधवार को प्रदेश के सभी 75 जिलों में राष्ट्र चेतना जगाने के लिए निकले महामंडलेश्वर स्वामी हितेश्वरनाथ ने कही।

शहर के कचहरी रोड स्थित एक नर्सिग होम में महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद के सानिध्य में आयोजित वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्र की उन्नति में संतों का योगदान है। सनातन धर्म और संस्कृति को बचाने के लिए संतों का भी खासा योगदान है। उन्होंने कहा कि आज का युवा सनातन धर्म और संस्कृति को भूलकर टीवी से चिपक कर बैठ गया है। टीका और कलावा का महत्व भूल चुका है। जिनको कलावा बांधना चाहिए, वह बांध नहीं रहे और जिनको बांधना नहीं चाहिए, वह बांध रहे हैं। इसी वजह से लव जेहाद जैसे मामले बढ़ रहे हैं।

महामंडलेश्वर स्वामी हितेश्वरनाथ ने कहा कि यात्रा का शुभारंभ 18 अक्टूबर को वृंदावन से हुआ है, जिसका समापन 18 नवंबर को हरिद्वार में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनंद आश्रम में होगा। उन्होंने कहा कि सीएम और पीएम संत बनकर ही सेवा कर रहे हैं, समूचे भारतवासियों का एकजुटता को आह्वान करते हैं। इस दौरान विनोदाशरण महाराज, सर्वेश मिश्रा, पारूल पाठक, विश्व हिदू परिषद के विभाग संयोजक डा. सौरभ मिश्रा, सुभाष मिश्रा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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