समूह के मसालों से तैयार होगा मिड-डे मील

जिले के तीन महिला समूहों द्वारा तैयार किए गए मसाले का उपयोग अब बेसिक के स्कूलों में बनने वाले मिड डे मील में होगा। शुरुआत बेवर के समूह द्वारा बनाए गए मसाले के वितरण के साथ हुई। अब जल्द ही तीन समूह नौ ब्लाक के पाठशाला और जूनियर स्कूलों में मसालों की सप्लाई करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 05:10 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 05:10 AM (IST)
समूह के मसालों से तैयार होगा मिड-डे मील
समूह के मसालों से तैयार होगा मिड-डे मील

जासं, मैनपुरी: जिले के तीन महिला समूहों द्वारा तैयार किए गए मसाले का उपयोग अब बेसिक के स्कूलों में बनने वाले मिड डे मील में होगा। शुरुआत बेवर के समूह द्वारा बनाए गए मसाले के वितरण के साथ हुई। अब जल्द ही तीन समूह नौ ब्लाक के पाठशाला और जूनियर स्कूलों में मसालों की सप्लाई करेंगे।

मंगलवार को विकास भवन के डा. आंबेडकर सभागार में इसकी शुरुआत सीडीओ विनोद कुमार, एडीएम रामजी मिश्र और स्वत: रोजगार उपायुक्त पीसी राम ने मैनपुरी ब्लाक के 45 स्कूलों को समूह द्वारा बनाए गए मसाले बांटकर की। कार्यक्रम में जिला मिशन प्रबंधक मनीष भारद्वाज, सत्यजीत सिंह, स्कूलों के प्रधानाचार्य और समूह की महिलाएं मौजूद रहीं।

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महिलाओं को रोजगार दिलाना मकसद-

सीडीओ विनोद कुमार ने कहा कि शासन की मंशा समूह की महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिलाने की है। इसलिए सरकारी स्कूलों में मसाले की आपूर्ति का काम समूहों के जरिये कराया जा रहा है, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। स्वत: रोजगार उपायुक्त पीसी राम ने महिलाओं से कहा कि गुणवत्ता का खास ख्याल रखें, क्योंकि यह मसाले सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले उनके भी पाल्यों को भोजन में मिलेंगे। महिलाओं की बात-

अब तक मसाले तैयार करके गांव, कस्बा और आसपास बेचा करते थे। आज बेसिक स्कूलों में वितरण का काम मिलने से उम्मीद जागी है कि बेवर के दोनों समूहों की 23 महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी।

- अवनेश कुमारी, अध्यक्ष राधे-राधे समूह रामपुर।

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दो साल से मसाले तैयार करने का काम कर रहे हैं। लाकडाउन की वजह से यह तेजी नहीं पकड़ सका। छोटी चक्की में तैयार किए गए मसालों को गुणवत्ता के साथ मशीन से पैक किया जाता है। आर्गेनिक हल्दी महिलाएं तैयार करती हैं।- सरिता, समूह सदस्य।

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