अफसरों की मौजूदगी में हुई 302 ग्राम पंचायतों में बैठक

डीएम के आदेश पर हर न्याय पंचायत में सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए। शांति व्यवस्था के लिहाज से पुलिस टीम भी लगाई। ब्लाक से निगाह रखी गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 04:44 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 04:44 AM (IST)
अफसरों की मौजूदगी में हुई 302 ग्राम पंचायतों में बैठक
अफसरों की मौजूदगी में हुई 302 ग्राम पंचायतों में बैठक

जासं, मैनपुरी: दो दिन चले शपथ कार्यक्रम के बाद रविवार को संघटित 302 ग्राम पंचायतों की पहली बैठक हुई। जिलास्तरीय अधिकारियों को इसके लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया था तो ब्लाक पर मजिस्ट्रेट और पुलिस भी मौजूद रही। अब जल्द ही इन प्रधानों को डोंगल देने का काम भी शुरू होगा।

शासन के निर्देश पर जिले में संघटित होने से रह गईं 302 ग्राम पंचायतों की बैठक शांति एवं कोरोना बंदिशों के बीच सही से करवाने के लिए स्थानीय स्तर पर खास इंतजाम किए गए थे। इसके लिए न्याय पंचायतवार सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे, तो ब्लाकस्तर पर मजिस्ट्रेट और पुलिस का इंतजाम किया गया था। सचिवों को भी दो- दो पंचायतों की जिम्मेदारी दी गई थी।

- छह समितियों का हुआ गठन-

ग्राम पंचायतों की पहली बैठक में छह समितियों को गठन अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ। इन समितियों में प्रशासनिक समिति, नियोजन एवं विकास समिति, शिक्षा समिति, जल प्रबंध, स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति शामिल हैं। सभी में सहमति सदस्यों के नाम तय किए गए। -

अब मिलने लगेंगे डोंगल-

अब ग्राम पंचायत की पहली बैठक होने के बाद प्रधानों को बस्ता तो मिल गए, लेकिन उनको अब डोंगल (यूएस डिवाइस) के लिए इंतजार करना होगा। डोंगल के लिए डीपीआरओ प्रधान के हस्ताक्षर सत्यापित करेंगे, इसके बाद प्रधान को वित्तीय ताकत मिल जाएगी। बैंक खाते भी खुलवाए जाएंगे, हालांकि इस प्रक्रिया के पूरा होने में कम से कम दो सप्ताह लग जाएंगे। --

रविवार को 302 ग्राम पंचायतों की पहली बैठक शांति से हुई। समिति में मनमानी की शिकायत पर अधिकारी को मौके पर भेजकर निराकरण कराया। सभी पंचायतों की बैठक कराने को न्याय पंचायत वार जिलास्तरीय अधिकारी लगाए गए थे, शांति से बैठक हुईं।

- स्वामीदीन, जिला पंचायत राज अधिकारी। प्रधान ने सवर्ण सदस्य पर लगाया कुर्सी से गिराने का आरोप

संसू, बेवर: ग्राम पंचायत मधुपुरी के प्राथमिक विद्यालय पर ग्राम पंचायत अधिकारी की उपस्थिति में प्रथम बैठक के दौरान अनुसूचित जाति के प्रधान पर सवर्ण ग्राम पंचायत सदस्यों ने मिलकर हमला बोलने का आरोप लगाया है। पीड़ित प्रधान ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। वहीं, पुलिस ने प्रधान की सुरक्षा बढ़ा दी है।

ग्राम प्रधान देवेंद्र सिंह ने तहरीर देते हुए बताया कि रविवार को गांव के प्राथमिक विद्यालय पर दोपहर 1:30 बजे ग्राम पंचायत की प्रथम बैठक बुलाई थी, जिसमें 11 सदस्य मौजूद थे। बैठक की कार्रवाई ग्राम पंचायत अधिकारी संजीव कुमार के नेतृत्व में शुरू होने के दौरान वह कुर्सी पर और सदस्य फर्श पर बैठे थे। इसी दौरान आए ग्राम पंचायत सदस्य सुनील कुमार दीक्षित, पवन कुमार और अंकुर कुमार आए। सुनील ने कुर्सी में लात मारते हुए उनको मारना-पीटना शुरू कर दिया। बचाव के लिए महिला सदस्य लक्ष्मी देवी खड़ी हुई तो उसे भी मारा। अंकुर ने तमंचा निकालकर मारने की कोशिश की तो लक्ष्मी देवी ने तमंचा पकड़ लिया। सुनील कुमार ने सहयोगियों के साथ मारने की धमकी देते हुए घर से बंदूक उठा लाने को कहा तो वह हालात खराब देख भाग गए।

प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार गौतम का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के उपरांत आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी। वैसे, प्रधान को सुरक्षा उपलब्ध करा दी गई है।

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