दीपावली पर चोरी छिपे बन रहे पटक बम
मैनपुरी जासं। दीवाली पर पटक बम बनाने का कारोबार चोरी छिपे चल रहा है। शहर और देहात में आधा दर्जन से अधिक जगहों पर अवैध रूप से आतिशबाजी के सामान बनाने का काम चल रहा है। शहर में कई जगह पटक बम बनाए जा रहे हैं।
जासं, मैनपुरी : दीवाली पर पटक बम बनाने का कारोबार चोरी छिपे चल रहा है। शहर और देहात में आधा दर्जन से अधिक जगहों पर अवैध रूप से आतिशबाजी के सामान बनाने का काम चल रहा है। शहर में कई जगह पटक बम बनाए जा रहे हैं।
जिले में हर साल बड़े पैमाने पर देसी पटक बम की खपत होती है। युवा पटक बम को लेकर अधिक उत्साहित रहते हैं। यह जमीन पर पटकने से चल जाता है। प्रतिबंधित होने के चलते पटक बम बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक शहर में किला के पास, नगरिया, गोला बाजार, महमूदनगर के कुछ घरों में पटक बम बनाने का काम चल रहा है। इसी तरह देहात क्षेत्रों में भी देसी आतिशबाजी बन रही है। संबंधित विभाग अब तक इसे लेकर सक्रिय तक नहीं है।
गंधक-पोटाश से तैयार होता है पटक बम
पटक बम को गंधक-पोटाश और कंकड़ की बजरी से बनाया जाता है। गंधक-पोटाश बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। बजरी गंधक-पोटाश का मिश्रण तैयार कर पटक बम का निर्माण किया जाता है।
आतिशबाजी की 116 दुकानों का नवीनीकरण
जिले में आतिशबाजी दुकान के कुल 153 लाइसेंस अब तक जारी किए गए हैं। इनमें से सिर्फ 16 लाइसेंसों का नवीनीकरण कराया गया है। अन्य दुकानदारों ने अपने लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया है।
प्रतिवर्ष जारी होते हैं 1000 अस्थाई लाइसेंस
दीपावली पर प्रति वर्ष आतिशबाजी की अस्थाई दुकानें लगाई जाती हैं। इसे लेकर हर साल करीब एक हजार अस्थाई लाइसेंस जारी किए जाते हैं। पूर्व में उक्त लाइसेंस आयुध प्रभारी द्वारा जारी किया जाता था। अब क्षेत्र के उप जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी किया जाता है।
आबादी से दूर लगती हैं पटाखों की दुकानें
पूर्व में पटाखों की कुछ दुकानें शहर के अंदर लगाई जाती थीं। इनको शहर के अंदर दुकान लगाने के लिए लाइसेंस मिला था। लेकिन हादसे की आशंका के चलते दुकानों को श्मशान घाट के पास, क्रिश्चियन फील्ड, नगरिया, पावर हाउस के पास लगाया जाने लगा है।
पटक बम बनाए जाने का मामला संज्ञान में नहीं है। यदि इस प्रकार की सूचना मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी। भानु प्रताप सिंह, शहर कोतवाल