निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने शुरू किया धरना
मैनपुरी जासं सरकार की निजीकरण की प्रक्रिया के विरोध में बिजली विभाग ने मोर्चा खोल दिया ंहै
मैनपुरी, जासं: सरकार की निजीकरण की प्रक्रिया के विरोध में बिजली विभाग ने मोर्चा खोल दिया है। मशाल जुलूस के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के बाद अब ध्यानाकर्षण धरने के जरिए अधिकारियों का ध्यान खींचने की कोशिश की जा रही है।
सरकार द्वारा बिजली विभाग के निजीकरण की चर्चाएं तेज हैं। इसके विरोध में अभियंता संघ खुलकर सामने आ गया है। विद्युत अवर अभियंता संगठन के बैनर तले मंगलवार से सर्किंल कैंपस में अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया गया। अवर अभियंता प्रतीक यादव का कहना है कि सरकार की यह नीति गलत है।
निजीकरण का लाभ सीधे तौर पर प्राइवेट कंपनियां ही उठाएंगी। उनकी मनमानी शुरू हो जाएगी। फिर जो भी कर्मचारी आवाज उठाएंगे, उनके खिलाफ सेवा समाप्ति या बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। इससे हजारों लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा। अभियंताओं का कहना है कि सरकार की इस नीति के विरोध में अब हम आंदोलन के लिए तैयार हैं। फिलहाल चार अक्टूबर तक ध्यानाकर्षण कराने को शांतिपूर्वक धरना दिया जाएगा। दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक सभी अभियंता धरने पर बैठेंगे। इस दौरान अभियंता काम को बाधित नहीं करेंगे।
इस मौके पर अधीक्षण अभियंता रवि अग्रवाल, अधिशासी अभियंता आशीष गुप्ता, जीसीएल भटनागर, पदम गर्ग, नरेंद्र कुमार, रजनीकांत, त्रिलोही सिंह, शिवशंकर सिंह, आशीष सिंह, केके सोलंकी आदि मौजूद थे।