अग्निकांड के पीड़ित परिवार को पड़ोसी ने दी शरण
द वाइस आफ पब्लिक संगठन ने दिया खाने का जरूरी सामान शनिवार रात आग लगने से जल गई थी झोंपड़ी मासूम की हुई थी मौत
जासं, मैनपुरी: झोंपड़ी में आग लगने से अपना सब कुछ गवाने वाले परिवार को उनके पड़ोसी ने शरण दी है। पीड़ित परिवार ने रविवार की रात पड़ोसी के घर में बिताई। वहीं द वाइस आफ पब्लिक संगठन ने जरूरी सामान दिया।
घिरोर थाना क्षेत्र के नगला केहरी बंजारा बस्ती निवासी निजाम बंजारा शनिवार रात अपने छह बच्चों और पत्नी के साथ झोंपड़ी में सोए हुए थे। किसी तरह डीजल की डिब्बी गिरने से झोंपड़ी में आग लग गई थी। इस घटना में निजाम ने अपने पांच बच्चों और पत्नी को तो बचा लिया, लेकिन पांच वर्षीय पुत्र इशराज की जिदा जलकर मौत हो गई। उनका दो वर्षीय पुत्र शौकीन झुलस कर गंभीर घायल हो गया। उसे सैफई भेजा गया, जहां से देर शाम छुट्टी कर दी गई।
बच्चे की मौत से निजाम के परिवार गमजदां है। पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया। रविवार शाम शव का अंतिम संस्कार कर दिया। आग लगने से निजाम बंजारा की झोंपड़ी और गृहस्थी का सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया। हादसा के बाद उसके पास रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वहीं रात बिताने के लिए छत नहीं बची है। ग्रामीणों ने सरकार से आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग की है।
सब कुछ बर्बाद होने के बाद पड़ोसी रफीक ने निजाम के परिवार को अपनी झोंपड़ी में शरण दी। खाने-पीने का इंतजाम भी कराया। ग्रामीणों ने बताया कि अगर सरकारी मदद नहीं मिली तो वे चंदा कर उसकी सहायता करेंगे। सोमवार दोपहर बाद द वाइस आफ पब्लिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार को राशन, कपड़े देने के साथ आर्थिक सहायता राशि दी। इस दौरान संगठन के मोहन चौहान, रत्नेश तोमर, अंकित गुप्ता, अभिषेक चौहान, विकास जैन, अभिषेक कुमार, अक्षय जैन, रुद्र सिसोदिया, पदम गुप्ता, शिवम गर्ग मौजूद रहे।