बंद सार्वजनिक शौचालयों पर शासन ने लिया संज्ञान
मैनपुरी जासं। निकायों द्वारा बनवाए गए सार्वजनिक शौचालयों की क्रियाशीलता पर अब शासन ने जवाब मांगा है। सभी को सक्रिय करने के साथ उनके इस्तेमाल की निगरानी को भी कहा गया है।
जासं, मैनपुरी: निकायों द्वारा बनवाए गए सार्वजनिक शौचालयों की क्रियाशीलता पर अब शासन ने जवाब मांगा है। सभी को सक्रिय करने के साथ उनके इस्तेमाल की निगरानी को भी कहा गया है।
नगर पालिका द्वारा शहर में लाखों रुपये की लागत से लगभग 24 सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। 2017-18 में इनका सार्वजनिक मंच से उद्घाटन कर दिया गया था। दावा किया जा रहा था कि शौचालय उपयोग में आ रहे हैं, लेकिन शहर में सभी शौचालय बंद पडे़ हैं। इनमें से ज्यादातर की स्थिति तो खराब हो चुकी है। कई में स्विच, बोर्ड के अलावा दरवाजे, खिड़कियां और अन्य सामग्री भी गायब हो चुकी है।
स्थिति यह है कि राहगीरों को अब भी शहर में खुले में ही लघुशंका के लिए जाना पड़ता है। अब शासन ने संज्ञान लेते हुए सभी निकायों द्वारा बनवाए गए शौचालयों का ब्यौरा मांगा है। शासन द्वारा किए गए ट्वीट में पूछा गया है कि सार्वजनिक शौचालय किन-किन जगहों पर हैं। इनमें से कितने इस्तेमाल हो रहे हैं और कितने बंद पडे़ हैं। निर्देश दिए गए हैं कि शौचालयों का निर्माण उन स्थानों पर होना चाहिए, जहां सबसे ज्यादा लोगों की आवाजाही होती हो।
चेयरमैन मनोरमा देवी का कहना है कि पालिका द्वारा जो शौचालय बनवाए गए हैं, उनकी सूची शासन को भेज दी जाएगी।