डिस्कनेक्शन को गई बिजली टीम पर हमला, मीटर छीना
मैनपुरी जासं। बड़ी बकाएदारी पर डिस्कनेक्शन कर लौट रही बिजली विभाग की टीम पर बकाएदार ने अपने साथियों के साथ हमला कर दिया। भीड़ ने अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ पहले तो मारपीट की उसके बाद उखाड़कर लाए गए मीटर और सरकारी गाड़ी की चाबी छीन ली। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने टीम को छुड़ाया और भीड़ में शामिल कुछ लोगों को कोतवाली ले आई। इस पूरे मामले में दोनों ओर से तहरीर दी गई है। पुलिस मामले की जांच की बात कर रही है।
जासं, मैनपुरी : बड़ी बकाएदारी पर डिस्कनेक्शन कर लौट रही विद्युत विभाग की टीम पर बकाएदार ने अपने साथियों के साथ हमला कर दिया। भीड़ ने अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ पहले तो मारपीट की। उसके बाद उखाड़कर लाए गए मीटर और सरकारी गाड़ी की चाबी छीन ली। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने टीम को छुड़ाया और भीड़ में शामिल कुछ लोगों को कोतवाली ले आई। इस पूरे मामले में दोनों ओर से तहरीर दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सहायक अभियंता मीटर विद्युत उपेंद्र राज सिंह ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया, मंगलवार पूर्वान्ह 11:45 बजे वे अवर अभियंता मीटर असीम बाबू, डिस्कनेक्शन टीम और सुरक्षा गार्ड चंद्रसेन चौबे के साथ श्रंगार नगर निवासी रामनिवास चौहान पुत्र रनवीर सिंह चौहान के यहां पहुंचे। 6.60 लाख रुपये की बकाएदारी का भुगतान न करने पर उनके मीटर को उखाड़कर चले ही थे कि करहल चौराहा पर बकाएदार ने अपने साथियों के साथ गाड़ी रोककर हमला शुरू कर दिया।
पहले तो मारपीट की, उसके बाद मीटर और कार की चाबी छीन ली। सूचना पर कोतवाली पुलिस और बिजली विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस आरोपित को कोतवाली ले आई। कोतवाली प्रभारी भानुप्रताप का कहना है कि इस मामले में दोनों पक्षों से तहरीर मिली है। जांच कराई जा रही है।
हमारे पास नहीं है मीटर
अधिशासी अभियंता मागेंद्र अग्रवाल का कहना है कि मारपीट के बाद हमलावर जब्त किया हुआ मीटर भी छीनकर ले गए हैं। जो हमारे पास नहीं है। इसकी शिकायत भी पुलिस से की गई है।
बकाएदार ने भी दी तहरीर
श्रंगार नगर निवासी रामनिवास ने कोतवाली में दी तहरीर में आरोप लगाया है कि उन्होंने अपना पूरा बिल भुगतान कर दिया है जिसकी रसीदें उनके पास है। बावजूद इसके विभागीय टीम उनका मीटर उखाड़ लाई। जब इसका विरोध किया तो सरकारी गनर चंद्रसेन चौबे ने अपने लाइसेंसी असलहे से जान से मारने की धमकी दी है।