जमीन घोटाले का मास्टरमाइंड लेखपाल बर्खास्त

तहसीलदार कुरावली की जांच रिपोर्ट पर एसडीएम ने की कार्रवाई अहिरवा पंचायत में सरकारी जमीन के हेरफेर का मामला अन्य राजस्व कर्मियों की बढ़ी मुश्किलें

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 06:55 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 06:55 AM (IST)
जमीन घोटाले का मास्टरमाइंड लेखपाल बर्खास्त
जमीन घोटाले का मास्टरमाइंड लेखपाल बर्खास्त

संसू, भोगांव: अहिरवा जमीन घोटाले के मास्टरमाइंड लेखपाल को प्रशासन द्वारा बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्त लेखपाल को निलंबन अवधि का वेतन भी नहीं दिया जाएगा। प्रशासन की इस कार्रवाई से इस मामले में नामित अन्य राजस्वकर्मियों की मुश्किल बढ़ गई हैं। सभी राजस्वकर्मी पहले ही जेल जा चुके हैं।

तहसील क्षेत्र की ग्रामसभा अहिरवा की वेशकीमती सैकड़ों बीघा जमीन को अपने रिश्तेदारों के नाम कराने में राजस्वकर्मियों ने अभिलेखों में हेरफेर किया था। इस मामले में तत्कालीन तहसीलदार अनिल कुमार कटियार की रिपोर्ट पर आधा दर्जन लेखपाल व तहसील कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद आरोपित शहर के राजा का बाग निवासी लेखपाल प्रदीपेंद्र राठौर एवं अन्य राजस्वकर्मियों को जेल भेजा गया था। प्रशासन प्रदीपेंद्र की संपत्ति को पहले ही कुर्क कर चुका है। वर्तमान में लेखपाल प्रदीपेंद्र राठौर की तैनाती कुरावली तहसील में थी। उनके विरुद्ध विभागीय जांच का जिम्मा तहसीलदार कुरावली कमल कुमार को दिया गया था। जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए जाने पर उन्हें बर्खास्त करने का आदेश शुक्रवार को एसडीएम रामसकल मौर्य ने जारी कर दिया। निलंबन के दौरान का उन्हें वेतन नहीं दिए जाने का आदेश दिया गया है। इस कार्रवाई से इस मामले से जुड़े अन्य कर्मियों में खलबली मच गई है।

पूर्व ब्लाक प्रमुख भी थे घोटाले में शामिल

इस जमीन घोटाले में लेखपालों के साथ ही कुल 52 लोगों को नामित किया गया था। घोटाले के मास्टरमाइंड लेखपाल पर पहले ही प्रशासन गैंगस्टर की कार्रवाई कर चुका है। इस मामले में सुल्तानगंज के पूर्व ब्लाक प्रमुख अभिलाख सिंह राजपूत को भी नामित किया गया था, जिसके चलते उन्हें भी जेल जाना पड़ा था। विभागीय जांच में लेखपाल पर अभिलेखों में फर्जी प्रविष्टि का अंकन करने में उनकी संलिप्तता पाई गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर बर्खास्तगी का आदेश जारी किया गया है।

कमल कुमार, तहसीलदार कुरावली।

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