छुट्टी पर चल रहे डाक्टर, कौन करे उपचार

जिला अस्पताल के दो सर्जन और वरिष्ठ परामर्शदाता अवकाश पर परेशान हो रहे मरीज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 06:30 AM (IST)
छुट्टी पर चल रहे डाक्टर, कौन करे उपचार
छुट्टी पर चल रहे डाक्टर, कौन करे उपचार

केस एक :

शहर के दीवानी रोड निवासी संभव कुमार पित्त की थैली में पथरी से परेशान हैं। असहनीय दर्द होने पर वह सोमवार की सुबह जिला अस्पताल पहुंचे। देर तक इंतजार करने के बाद पता चला कि सर्जन लंबी छुट्टी पर गए हैं। मजबूरी में उन्हें निजी अस्पताल की रुख करना पड़ा। केस दो :

शहर के राजीव गांधी नगर निवासी महिला आबिदा बेगम सिर के असमय होने वाले दर्द की समस्या को लेकर जिला अस्पताल पहुंची थीं। वरिष्ठ चिकित्सक का कमरा खाली होने पर देर तक इंतजार करती रहीं। लगभग आधा घंटा पर पूछने पर बताया कि चिकित्सक छुट्टी पर चले गए हैं। जासं, मैनपुरी : कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर शासन ने सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं, लेकिन जिला अस्पताल खतरे को भांपने के बावजूद बेफिक्र है। पहले ही चिकित्सकों की कमी सिरदर्द बढ़ा रही है, उस पर तैनात विशेषज्ञों को अवकाश पर भेज दिया गया है। जिला अस्पताल में तैनात वरिष्ठ सर्जन डा. गौरव पारीख लंबी छुट्टी पर गए हुए हैं। दूसरे सर्जन डा. सौरभ भी अवकाश पर चल रहे हैं। वरिष्ठ परामर्शदाता डा. आरके सिंह भी अवकाश पर चले गए हैं। सोमवार को अस्पताल खुला तो मरीजों को परेशानी सामना करना पड़ा। अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. अशोक कुमार मेडिकल बोर्ड के तहत दिव्यांगों की जांच कर रहे थे। एकमात्र फिजीशियन डा. जेजे राम और बाल रोग विशेषज्ञ डा. डीके शाक्य ही मरीजों को उपचार दे रहे थे। सिर्फ दो चिकित्सकों के सहारे ही ओपीडी, इनडोर और अन्य सेवाओं का संचालन कराया गया। अस्पताल प्रबंधक के कमरे में ताला

अस्पताल की सुविधाओं और व्यवस्थाओं की देखरेख का जिम्मा प्रबंधक पर है, लेकिन सोमवार को उनके कमरे में ताला लटक रहा था। अब फाइलों की भी अटकेगी रफ्तार

जिला अस्पताल में तैनात वरिष्ठ लिपिक अनुरुद्ध कुमार मिश्रा और एक्स-रे तकनीशियन बृजेश भदौरिया मंगलवार को रिटायर हो रहे हैं। उनके अलावा पवन चौहान, अनिल सक्सेना, प्रीती वर्मा और अजीत कुमार सक्सेना का भी तबादला हो चुका है। स्थिति यह है कि अस्पताल में विभिन्न योजना से संबंधित फाइलें लंबित चल रही हैं। अकाउंटेंट न होने की वजह से लेखा-जोखा तैयार करने में भी दिक्कत आ रही है। जो चिकित्सक हैं उनकी मदद से ही ओपीडी सेवाओं का संचालन कराया जा रहा है। अति आवश्यक कार्य की वजह से चिकित्सक को छुट्टी दी गई है। विशेषज्ञों की कमी को लेकर सभी उच्चाधिकारियों को बताया जा चुका है।

डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमएस

जिला अस्पताल।

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