55 घंटों की बंदी के बाद चौराहों पर दिखी 'रफ्तार'

मैनपुरी जासं। शासन द्वारा 55 घंटों की बंदी की पाबंदी हटी तो सोमवार को जिदगी फिर से रफ्तार भर उठी। दो दिनों तक सूनी पड़ी सड़कों और तिराहों व चौराहों पर फिर चहल-पहल दिखी लेकिन कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता और जिम्मेदारी दोनों का ही अभाव रहा। मास्क को लेकर लोग बेपरवाह रहे। सड़कों पर निकलने वालों में ज्यादातर लोगों ने मास्क नहीं लगाया था। जिन्होंने लगाया था वे चेहरे पर मास्क को लटका रखा था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 10:11 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 06:08 AM (IST)
55 घंटों की बंदी के बाद चौराहों पर दिखी 'रफ्तार'
55 घंटों की बंदी के बाद चौराहों पर दिखी 'रफ्तार'

दृश्य एक: दोपहर 12 बजे, शहर के क्रिश्चियन तिराहे पर तैनात जिम्मेदार खुद ही मास्क की महत्ता से बेफिक्र दिखाई दिए। पीआरडी के जिन जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया था, वे खुद ही मास्क नहीं पहने हुए थे। यहां से गुजरने वाले कई चालक भी नियमों से पूरी तरह बेफिक्र बने रहे।

दृश्य दो : दोपहर 12:30 बजे, शहर में भांवत चौराहा पर कुछ ज्यादा ही सख्ती नजर आई। यहां तैनात पुलिसकर्मी सिग्नल के हिसाब से ट्रैफिक का संचालन करते दिखे। हालांकि, रास्ते से गुजरने वाले कई चालक बिना मास्क के यहां से गुजरने, लेकिन इन्हें रोका तक नहीं गया।

जासं, मैनपुरी: शासन द्वारा 55 घंटों की बंदी की पाबंदी हटी तो सोमवार को जिदगी फिर से रफ्तार भर उठी। दो दिनों तक सूनी पड़ी सड़कों और तिराहों व चौराहों पर फिर चहल-पहल दिखी, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता और जिम्मेदारी दोनों का ही अभाव रहा। मास्क को लेकर लोग बेपरवाह रहे। सड़कों पर निकलने वालों में ज्यादातर लोगों ने मास्क नहीं लगाया था। जिन्होंने लगाया था वे चेहरे पर मास्क को लटका रखा था।

इंतजाम भी नहीं रहे खास: दो दिन तक जो मेहनत की गई, सोमवार को वो बेअसर रही। दुकानों का संचालन तो कराया गया लेकिन बदइंतजामी हावी रही। दुकानों के बाहर ग्राहकों के बीच न तो शारीरिक दूरी दिखी और न ही चेहरे पर मास्क। जिम्मेदारों के स्तर से भी कोई मॉनीटरिग नहीं कराई गई।

हर चौराहा पर रही मनमानी: शहर में जेल चौराहा, कुरावली तिराहा, ईशन नदी तिराहा, भांवत चौराहा, क्रिश्चियन तिराहा, मदार दरवाजा, घंटाघर चौराहा, बड़ा चौराहा, करहल चौराहा, आगरा रोड सहित सभी प्रमुख तिराहों और चौराहों पर लोगों की भीड़ दिखी। ईशन नदी तिराहा पर तो डग्गामार वाहनों की मनमानी हावी रही। रोक-रोककर सवारियों को गाड़ियों में बिठाया गया।

सभी यातायात पुलिसकर्मियों के साथ तिराहों और चौराहों पर ड्यूटी देने वाले होमगार्ड और पीआरडी जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बिना मास्क के दिखने वालों को रोककर उन्हें समझाएं। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाए। लोगों से भी लगातार अपील की जा रही है कि वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। रजनीकांत, एसडीएम सदर।

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