कागजों में निर्देश, धरातल से डेस्क गायब

कोरोना संक्रमण को देखने के बाद भी दफ्तरों व सार्वजनिक स्थानों पर खुलकर ढील बरती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 05:21 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 05:21 AM (IST)
कागजों में निर्देश, धरातल से डेस्क गायब
कागजों में निर्देश, धरातल से डेस्क गायब

जासं, मैनपुरी : जिला अस्पताल इमरजेंसी

यहां सबसे ज्यादा खतरा है। मरीज और तीमारदारों की भीड़ सीधे इमरजेंसी पहुंचती है। शासन के निर्देश हैं कि इमरजेंसी में 24 घंटे कोविड हेल्प डेस्क का संचालन किया जाए, लेकिन यहां नियम ताक पर हैं। बगैर जांच के यहां लोग बेखौफ घूम रहे हैं। रोडवेज बस स्टैंड

रोडवेज बस स्टैंड पर 24 घंटे यात्रियों का आना-जाना रहता है। संक्रमण को देखने के बावजूद यहां जिम्मेदार सक्रिय नहीं दिख रहे हैं। कोविड हेल्प डेस्क गायब है। यहां यात्रियों की न तो थर्मल स्क्रीनिंग कराई जा रही है और न ही उनकी पल्स की जांच। बगैर जांच के ही यात्री बसों में सफर कर रहे हैं।

कोरोना का संक्रमण अब मैनपुरी में भी पैर पसार रहा है। शासन ने संक्रमण पर काबू पाने के लिए सभी सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर हेल्प डेस्क का संचालन कराने के निर्देश दिए हैं, लेकिन जिले में यह निर्देश बेअसर हैं। कहीं भी हेल्प डेस्क नहीं बनाई गई हैं। जिन जगहों पर इनका संचालन किया जा रहा है, वहां सुरक्षा उपकरण नदारद हैं। कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर कर्मचारियों से लेकर लोगों की बेखौफ होकर आवाजाही हो रही है।

यहां भी हेल्प डेस्क गायब

औषधि प्रशासन विभाग, डूडा, नगर पालिका परिषद, श्रम विभाग, अधीक्षण अभियंता कार्यालय, स्वास्थ्य विभाग, जिला अस्पताल, लोक निर्माण विभाग, रोडवेज सहित दर्जनों विभागों में हेल्प डेस्क संचालित नहीं हो रही हैं। ये कराई जानी हैं व्यवस्थाएं

प्रत्येक कार्यालय और सार्वजनिक स्थानों पर बनाई जाने वाली हेल्प डेस्क पर दो कर्मचारियों की तैनाती की जानी है। यहां पल्स आक्सीमीटर, थर्मल स्कैनर और सैनिटाइजर की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से कराई जानी है। जिला अस्पताल की इमरजेंसी और ओपीडी दोनों स्थानों पर हेल्प डेस्क का संचालन किया जाएगा। यहां एक-एक पुलिसकर्मी की मदद ली जाएगी। बिना मास्क के मरीज और तीमारदारों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। थर्मल स्क्रीनिंग कराई जाएगी।

डा. अशोक कुमार, कार्यवाहक सीएमएस

chat bot
आपका साथी