पंचनामा में था चोट का जिक्र, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं
जांच का तीसरा दिन छात्रा दुष्कर्म-हत्याकांड एसआइटी ने पैनल में शामिल डा. निशिता यादव से दो घंटे तक की पूछताछ रामपुर से बुलाई तत्कालीन वार्डन स्कूल पहुंचीं
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: छात्रा दुष्कर्म-हत्याकांड को लेकर विशेष जांच दल (एसआइटी)ने सोमवार को ताबड़तोड़ पूछताछ की। पोस्टमार्टम को लेकर पैनल में शामिल डाक्टर से करीब दो घंटे तक पूछताछ की गई। एसआइटी ने जानना चाहा कि पंचनामा में चोट का जिक्र था, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्यों नहीं? छात्रावास की तत्कालीन वार्डन को भी रामपुर से बुला लिया गया है। इसके साथ ही कई अन्य लोगों से भी घटना को लेकर अलग-अलग पूछताछ की गई।
एसआइटी में शामिल सीओ तनु उपाध्याय और इंस्पेक्टर पूनम अवस्थी सोमवार सुबह 11 बजे जिला अस्पताल पहुंचीं। सीएमएस के कार्यालय में चीफ फार्मासिस्ट विनोद चौहान को बुलवाया गया। विनोद चौहान से बमुश्किल पांच मिनट सवाल हुए। इसके बाद डा. निशिता यादव को बुलाया गया। डा. यादव पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के पैनल में शामिल थीं। पंचनामा में चोटों के निशान का जिक्र था जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं। माना जा रहा है कि एसआइटी डा. यादव से इसको लेकर हकीकत जानना चाह रही होगी। उनसे करीब दो घंटे तक बंद कमरे में पूछताछ की गई। एसआइटी पोस्टमार्टम पैनल में शामिल अन्य चिकित्सकों और पंचनामा के गवाहों से भी पूछताछ कर सकती है। इधर,घटना के समय स्कूल की वार्डन रहीं विश्रुति को एसआइटी ने पूछताछ के लिए बुला लिया है। वे रामपुर के स्कूल में स्थानान्तरित हो चुकी हैं। छात्रा के स्वजन ने एफआइआर में उन्हें नामजद किया था।
सीसीटीवी सिस्टम का साउंड आफ करा दिया था
पूछताछ के दौरान टीम ने सीएमएस के कमरे में लगे सीसीटीवी सिस्टम का साउंड आफ करा दिया था। हालांकि रिकार्डिंग जारी रही।
एडीजी और आइजी विभागीय कार्य को कानपुर रवाना
सोमवार को एडीजी भानु भाष्कर और आइजी मोहित अग्रवाल अपनी टीम के साथ मौजूद नहीं रह सके। विभागीय कार्य होने के कारण उन्हें बाहर जाना पड़ा। इस दौरान एसआइटी के सदस्यों ने जांच को आगे बढ़ाया।