सुबह उमस ने सताया, बारिश से राहत

सोमवार सुबह से उमस भरी गर्मी से नागरिक बेहाल रहे। दोपहर बाद हुई बारिश और शीतल हवाओं के चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 05:00 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:00 AM (IST)
सुबह उमस ने सताया, बारिश से राहत
सुबह उमस ने सताया, बारिश से राहत

जासं, मैनपुरी: सोमवार सुबह से उमस भरी गर्मी से नागरिक बेहाल रहे। दोपहर बाद हुई बारिश और शीतल हवाओं के चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।

हर साल जून में प्री मानसूनी बारिश के बाद मानसून जुलाई में पूरी तरह सक्रिय हो जाता था। मानसून आने के बाद ताल-तलैया और खेत लबालब हो जाते थे। मगर, इस बार बादलों ने अभी तक जोरदारी से बरसना शुरू नहीं किया है। हालांकि, आसमान में बादल उमड़ते-घुमड़ते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। बारिश न होने से धरती तप रही है। उमस और गर्मी से हाल बेहाल है। धूप बर्दाश्त करने की क्षमता शरीर से बाहर बनी हुई है। सभी को बारिश होने का इंतजार है। बाजारों में सन्नाटे की स्थिति बनी हुई है।

सोमवार सुबह से उमस रही, जिससे लोग पसीना-पसीना होते रहे। कई बार तेज हवाओं के चलने से बादल भी उमड़ते रहे, लेकिन ज्यादा देर तक टिक नहीं सके। दोपहर को एक बार मौसम पलटा तो आसमान से बूंदाबांदी का क्रम शुरू हुआ। कुछ देर बाद यह क्रम बारिश में तब्दील हो गया। इसके बाद शीतल हवाओं के चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिल गई। खेती को चाहिए पानी-

बारिश न होने का असर खेती पर पड़ रहा है। बारिश के अभाव में अभी तक धान रोपाई का काम भी तेजी नहीं पकड़ पा रहा है। संपन्न किसान तो रोपाई का काम ट्यूबवेल से कराने में लगे हुए हैं, लेकिन दूसरे किसान अभी भी बादलों की ओर निहार रहे हैं। वहीं, खरीफ फसलों में शामिल बाजरा, ज्वार समेत दूसरी फसलों की बोआई भी शुरू नही हो पा रही है। अभी देरी नहीं

मानसून की वजह से फसल बोआई का काम पीछे चल रहा है, लेकिन यह देर नहीं हुआ है। अभी एक-दो बारिश ठीक हो जाए तो खरीफ फसल बोआई का काम गति से शुरू हो सकेगा। किसान इसके लिए खेतों को तैयार करके बैठे हैं।

सूर्य प्रताप सिंह, जिला कृषि अधिकारी।

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