ये कैसे कंटेनमेंट जोन, बेरीकेडिग और न ही निगरानी

कोरोना संक्रमण के मरीजों को होम आइसोलेशन किया गया है। लेकिन सुरक्षा इंतजामों के अभाव में होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग मनमानी बरत रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 04:24 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 04:24 AM (IST)
ये कैसे कंटेनमेंट जोन, बेरीकेडिग और न ही निगरानी
ये कैसे कंटेनमेंट जोन, बेरीकेडिग और न ही निगरानी

जासं, मैनपुरी : शासन के निर्देश हैं कि जहां भी कोरोना के मामले मिलें, उस स्थान को कंटेनमेंट जोन घोषित कर बेरीकेडिग कराई जाए, लेकिन शहर में यह व्यवस्था फिलहाल ठप पड़ी है। मुख्य कालोनियों में ही कंटेनमेंट जोन हैं, लेकिन सख्ती नहीं है। होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों के स्वजन मनमानी कर बाहर घूम रहे हैं। सख्ती के अभाव में लोग भी पूरी तरह से बेफिक्र हैं। कंटेनमेंट जोन में दुकानों के संचालन से लेकर मंदिरों में भजन-कीर्तन पर भी कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है। बिना मास्क और शारीरिक दूरी के ही लोग मंदिर में पहुंच रहे हैं। ये हैं कंटेनमेंट जोन

शहर में आवास विकास कालोनी, दीवानी न्यायालय, जिला अस्पताल, 100 शैय्या अस्पताल, मिश्राना मुहल्ला, कलक्ट्रेट, खरगजीत नगर, हरिदर्शन नगर, बैंक कालोनी, किशनी में वार्ड नंबर सात, बरुआहार, कुरावली में बेलाहार, कुबेरपुर, मिढ़ावलीकलां, लहसुन मंडी, अवध नगर, किला के पास सहित लगभग डेढ़ सैकड़ा कंटेनमेंट जोन बने हुए हैं। ये है गाइड लाइन

शासन की गाइड लाइन के अनुसार जिस स्थान पर एक या एक से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिलते हैं, उस स्थान को बेरीकेडिग कराकर सील कर दिया जाएगा। 14 दिनों तक स्थितियों को यथावत रखा जाएगा। यहां सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस की निगरानी रहेगी। जिस घर में संक्रमित मिलेंगे, उस घर की विशेष निगरानी कराई जाएगी। परिवार के सदस्यों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। सभी प्रकार की आवश्यक वस्तुओं को पुलिस या सुरक्षाकर्मियों द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इतना ही नहीं, संक्रमित परिवारों के आसपास के 20 घरों की सैंपलिग कराने के साथ पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज कराया जाएगा। खुलकर बरती जा रही है लापरवाही

शहर की आवास विकास कालोनी और हरिदर्शन नगर में कई-कई पाजिटिव हैं। अभी तक यहां सैनिटाइजेशन का काम नहीं हुआ है। बेरीकेडिग नहीं लगाए जाने की वजह से संक्रमित परिवार के होम आइसोलेशन में रहने वाले सदस्य बेखौफ होकर बाजार और कालोनियों में भ्रमण कर रहे हैं। सैंपलिग तो छोड़िए, थर्मल स्कैनिग का काम भी नहीं कराया गया है। निगरानी समिति निष्क्रिय, मानीटरिग ध्वस्त

निगरानी समितियां पूरी तरह से निष्क्रिय बनी हुई हैं। आशा कार्यकर्ताओं के स्तर से भी कोई मानीटरिग नहीं कराई जा रही है। बड़ी संख्या में लोग गैर जिलों और प्रांतों से कालोनियों में पहुंच रहे हैं। इनके बारे में सीएमओ कार्यालय को कोई सूचना नहीं दी जा रही है। लोगों से अपील की गई है कि यदि वे बाहर से आए हैं तो पहले अपनी जांच कराएं। निगरानी समितियां लगातार अपडेट देती रहें। कंटेनमेंट जोन में सख्ती से पालन कराना पुलिस विभाग का काम है। हमारे स्तर से लगातार अपील कर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

डा. एके पांडेय, सीएमओ

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