नगला जुला में हो रही सबसे ज्यादा बिजली चोरी
विद्युत विभाग ने सर्वाधिक लाइन लास वाले इलाके चिन्हित कर प्रबंध निदेशक को सूचना भेजी है। कार्रवाई से पहले अफसर तकनीक से चोरी पकड़ने की जुगत लगा रहे हैं।
जासं, मैनपुरी : अनलाक के बाद शहर में बढ़े लाइन लास ने उपकेंद्रों को ट्रिपिग में झोंक दिया है। कराई गई मानीटरिग में नगला जुला बिजली चोरी में पहले नंबर पर रहा है। सर्वाधिक लाइन लास वाले अन्य क्षेत्रों को भी चिन्हित कर विभाग ने इनकी सूची प्रबंध निदेशक को भी भेज दी है। कार्रवाई से पहले अफसर तकनीक की मदद से इन इलाकों में हो रही चोरी पकड़ने की जुगत लगा रहे हैं।
अनलाक के बाद सब कुछ सामान्य हुआ तो उसका असर बिजली व्यवस्था पर भी पड़ा है। शहर में लाइनलास के मामले लगातार बढ़े हैं। विभागीय स्तर से कराई गई मानीटरिग में नगला जुला फीडर सबसे ज्यादा लाइनलास में बना हुआ है, यहां बेखौफ बिजली की चोरी हो रही है। इसके बाद खरपरी, अवध नगर, आवास विकास कालोनी, पंजाबी कालोनी और देवपुरा भी लाइन लास वाले इलाकों में शामिल किए गए हैं। अधिशासी अभियंता मागेंद्र अग्रवाल का कहना है कि लोग बिजली की चोरी कर रहे हैं। लाइन लास वाले इलाकों की सूची तैयार कराई गई है।
अवर अभियंताओं द्वारा इन क्षेत्रों में लगातार निगरानी कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को भी दी गई है। अभियान चलाए जाने के बावजूद लोग पकड़ में नहीं आ रहे हैं। इसके लिए अब तकनीक की मदद ली जाएगी। कुछ ऐसे तलाशेंगे लाइनलास क्षेत्र
बिजली विभाग द्वारा अब लाइनलास वाले इलाकों में खंभों पर मीटर लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। एक खंभे पर एक डीपी का कनेक्शन मीटर से दिया जाएगा। एक डीपी में 10 घरों के कनेक्शनों को शामिल किया जाएगा। इन 10 घरों का लोड चेक कर उसकी रीडिग दर्ज की जाएगी। इसके बाद यदि मीटर में ओवरलोडिग मिलती है तो पूरी कालोनी चेक करने की बजाय सिर्फ उन्हीं 10 कनेक्शनों की जांच होगी। जिन घरों के मीटर में निर्धारित भार से अतिरिक्त भार मिलेगा, उनके यहां लाइन की पड़ताल कराई जाएगी। इसके अलावा दूसरे तरीकों को भी अपनाया जाएगा। बिजली चोरी रोकने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। फिर भी कुछ लोग बच रहे हैं। अब बिजली विभाग तकनीक की मदद से ऐसे लोगों की जानकारी करेगा जो चोरी करते हैं। शासन स्तर से सख्त निर्देश हैं कि लाइन लास रोकने के लिए प्रयास किए जाएं। बकाएदार और बिजली चोरों के खिलाफ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी।
अतुल अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता।