बड़े अफसरों की कुर्सियों पर बैठकर छात्राओं ने देखे बड़े सपने
कालेजों की छात्राओं को मिला एक दिन अधिकारी बनने का मौका सीडीओ डीडीओ पीडी और जिला कार्यक्रम अधिकारी बनी बेटियां
जासं, मैनपुरी: बड़ों सपनों के लिए कड़ी मेहनत जरूरी होती है। अब बड़ी कुर्सियां पाने के लिए कड़ी मेहनत ही की जाएगी। अधिकारियों की कुर्सियों पर बैठकर अच्छा लगा है, अब सपनों को पूरा करने के लिए उड़ान भरी जाएगी।
कुछ ऐसे विचार एक दिन की मुख्य विकास अधिकारी बनी राजकीय बालिका इंटर कालेज की 11 वीं की छात्रा सुयशी पांडेय ने जागरण से वार्ता करते हुए व्यक्त किए। सोमवार दोपहर विकास भवन में सीडीओ ईशा प्रिया अपनी कुर्सी के बजाय किनारे बैठी थी। उनकी कुर्सी पर एक दिन की नायक सुयशी पांडेय बैठीं थी। फाइलों का अध्ययन करने के दौरान उन्होंने कहा कि वह आइएएस बनने की तमन्ना रखती हैं, इसे पूरा करने के लिए वह कड़ी मेहनत भी करेंगी।
जिला विकास अधिकारी की कुर्सी संभालने वाली इसी कालेज की खुशी गुप्ता एयरफोर्स को पसंद करती हैं, वह इसके लिए तैयारी करेंगी। पीडी का दायित्व संभालने वाली जीजीआइसी की निकिता भी आइएएस बनने का इरादा जताती हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी बनी शांतीलाल इंटर कालेज की आस्था वैश्य ने अनुभव को खास बताया। कहा कि वह भी सरकारी सेवा में जाएगी।
डीआइओएस का दायित्व संभालने वाली राजकीय कन्या इंटर कालेज की कक्षा 11 की छात्रा ईशा यादव ने शिक्षा क्षेत्र को बेहतर बताया। अंशिका शर्मा ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी पद का दायित्व संभाला और इस अनुभव को खास बताया। जिला समाज कल्याण अधिकारी की कुर्सी पर बैठने वाली आस्था की सोच भी शिक्षित होकर बड़ा अधिकारी बनने की है।
आधा दर्जन एक दिन की नायिका को सीडीओ ईशा प्रिया ने भविष्य की शुभकामना दी। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविद कुमार, डीआइओएस मनोज कुमार और संबंधित कालेजों की प्रधानाचार्य, शिक्षिकाएं मौजूद थे।