किसानों ने खेतों में बहाया पसीना, मंडी में अनाज की खरीदारी पर उबाल

नकद खरीद पर कमीशन न देने पर अड़े किसान आढ़तियों ने नहीं की खरीद दिनभर चला हंगामा मिल मालिकों पर फोड़ा मुद्दत का ठीकरा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 11:36 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 06:05 AM (IST)
किसानों ने खेतों में बहाया पसीना, मंडी में अनाज की खरीदारी पर उबाल
किसानों ने खेतों में बहाया पसीना, मंडी में अनाज की खरीदारी पर उबाल

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: खेत में पसीना बहाकर फसल उगाने वाले किसानों में मंगलवार को अनाज मंडी में जबरन 'कमीशन' पर उबाल आ गया। किसी भी कीमत पर 'मुद्दत' न देने पर अड़ गए। इस पर आढ़तियों ने मिल मलिकों पर कमीशन लेने का ठीकरा फोड़ते हुए माल की खरीद ही नहीं की। पूरे दिन मंडी में हंगामा चलता रहा।

नवीन मंडी में फसल बेचने पर नकद भुगतान में तीन फीसद की कटौती की जाती रही है। मंडी की भाषा में इसे 'मुद्दत' कहा जाता है। 'दैनिक जागरण' प्रमुखता से ये मुददा उछलने के बाद मंडी प्रशासन ने एक ट्रेडर्स का लाइसेंस निरस्त कर दिया था। मुद्दत रोकने लाउडस्पीकर पर प्रचार कराया। आढ़ती इसके बाद 'मुद्दत' को एक फीसद ये कहकर वसूलने लगे कि ये कमीशन उन्हें मिल मालिकों को देना पड़ता है। माल देने में एक बोरा पर आधा किलो अधिक तुलाई देनी पड़ती है।

मंगलवार को फसल लेकर मंडी पहुंचे किसानों से आढ़तियों ने यही 'मुद्दत' वसूलनी चाही, किसानों ने इन्कार कर दिया। माल की तुलाई नहीं होने पर लामबंद हुए किसान सचिव के पास पहुंचे। किसानों ने कहा कि आढ़तियों और मिल मालिकों के बीच विवाद से उनका शोषण हो रहा है। किसान राम प्रसाद ने कहा कि दिन में माल नहीं खरीदा है, रात को खुले में पड़े इस माल की रखवाली कौन करेगा। किसान मंडी प्रशासन को कमजोर बताते हुए हंगामा करने पर उतर आए। उधर, मंडी सचिव प्रदीप कुमार ने आक्रोशित किसानों को समझाया। समस्या का निदान करवाने की बात कही। हालांकि पूरे दिन एक भी दाना नहीं खरीदा गया। तुलाई मशीन खामोश रहीं। इसी बीच, ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उपदेश यादव ने बताया कि मिल मालिकों के माल ज्यादा लेने और एक फीसद कटौती रुकने तक विरोध जारी रहेगा।

किसानों से अब मंडी में कतई 'मुद्दत' नहीं कटेगी। ट्रेडर्स ने इसका वादा कर दिया है। अब ऐसा होने पर कड़ी कार्रवाई होगी। प्रदीप कुमार, सचिव।

मंडी में 'मुद्दत' पूरी तरह बंद है। मिल मालिक और ट्रेडर्स के बीच भी वार्ता कराकर गतिरोध दूर कराया गया है। रजनीकांत, एसडीएम सदर-मंडी सभापति।

chat bot
आपका साथी