रिकार्ड मिलान में हाथ से निकला आवास

जागीर ब्लाक की ग्राम पंचायत अधार निवासी महिला को इस साल पीएम आवास ग्रामीण का लाभ मिला। पहली किस्त के रूप में चालीस हजार की धनराशि खाते में पहुंच गई। रिकार्ड का मिलान कराया तो महिला के पति को आठ साल पहले आवास मिलने की बात सामने आई। इस पर आवास रद कर जारी धनराशि को शासन के खाते में जमा कराया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:00 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:00 AM (IST)
रिकार्ड मिलान में हाथ से निकला आवास
रिकार्ड मिलान में हाथ से निकला आवास

जासं, मैनपुरी: मामला अजीब जरूर है, लेकिन सही है। जागीर ब्लाक की ग्राम पंचायत अधार निवासी महिला को इस साल पीएम आवास ग्रामीण का लाभ मिला। पहली किस्त के रूप में चालीस हजार की धनराशि खाते में पहुंच गई। रिकार्ड का मिलान कराया तो महिला के पति को आठ साल पहले आवास मिलने की बात सामने आई। इस पर आवास रद कर जारी धनराशि को शासन के खाते में जमा कराया गया।

ग्राम पंचायत अधार निवासी रामलली पत्नी शिवरतन का नाम सचिव और प्रधान ने पीएम आवास ग्रामीण के लिए सूची में शामिल कराया। सर्वे और सत्यापन के दौरान पात्र मिलने पर इनको आवास बनवाने के लिए पहली किस्त के तौर पर 40 हजार रुपये भी जारी किए गए, जो भोगांव स्थित बैंक आफ इंडिया में संचालित इनके खाते में भी पहुंच गए। आवास की किस्त का पैसा आते ही इन्होंने काम भी शुरू करा दिया। रामलली को मिले आवास को लेकर बीडीओ ने रिकार्ड का मिलान कराया तो पोल खुल गई। रिकार्ड के अनुसार, इनके पति शिवरतन पुत्र सोनेलाल को वर्ष 2012-13 में इंद्रा आवास बनाने को 45 हजार रुपये दिए गए थे। पहली किस्त के रूप में पति को 33750 और दूसरी किस्त में 11250 रुपये की धनराशि दी गई। जानकारों के अनुसार, पति और पत्नी को आवास योजना का लाभ नहीं मिल सकता। मामला उजागर होने के बाद रामलली से खाते में आई 40 हजार की धनराशि को शासन के खाते में जमा करा लिया गया है। वैसे, महिला ने अधिकारियों ने आवास रद किए जाने की शिकायत की थी। जांच में यह मामला निकला। पति को आवास का लाभ पूर्व में मिला था, यह रिकार्ड ग्राम पंचायत में भी रहता है। ब्लाक से महिला को पीएम आवास का लाभ दिलाने में शामिल कर्मचारियों की जानकारी मांगी है, कार्रवाई की जाएगी।

- केके सिंह, परियोजना निदेशक।

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