भगवान भरोसे पीएचसी, 20 कर्मी मिले गायब
सीएमओ के औचक निरीक्षण में पीएचसी सुल्तानगंज की पोल खुल गई है। उन्होंने सभी का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्पष्टीकरण मांगा है।
जासं, मैनपुरी : चिकित्सकों की कमी का दुखड़ा रोकर भले ही स्वास्थ्य विभाग अपना बचाव करता हो, लेकिन जहां इनकी तैनाती हैं वहां भी मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। सीएमओ के निरीक्षण में पीएचसी सुल्तानगंज में सुविधाओं की पोल खुल गई। एक साथ 20 स्टाफ अनुपस्थित मिला। सभी का एक दिन का वेतन रोकने के साथ लिखित स्पष्टीकरण मांगा है।
सीएमओ डा. पीपी सिंह गुरुवार की सुबह 8:40 बजे अचानक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुल्तानगंज पहुंचे। यहां स्थितियां बेहद चौंकाने वाली मिलीं। मरीजों की लाइन तो दिखी, लेकिन उपचार करने वालों का पता ही नहीं था। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. जयप्रकाश खुद निर्धारित समय से काफी देर से पहुंचे। यहां लाइन में लगे ज्यादातर लोग अपना वैक्सीनेशन कराने के लिए पहुंचे थे। वैक्सीन से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए तैनात जिम्मेदार या कर्मचारी अस्पताल में उपस्थित नहीं मिले।
सीएमओ ने लोगों से जानकारी की तो पता चला कि यहां काम करने वाले चिकित्सक से लेकर कर्मचारी तक सभी मनमानी करते हैं। समय पर चिकित्सक नहीं आते। ज्यादातर मरीजों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ही जाना पड़ता है। नाराजगी जाहिर करते हुए सीएमओ ने कहा कि अब ड्यूटी के समय में जो भी अनुपस्थित मिलेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। यदि कहीं जाना है तो उसकी पूर्व लिखित सूचना देनी होगी। मरीजों के उपचार में लापरवाही मिलने पर सीधे प्रभारी चिकित्साधिकारी को दोषी माना जाएगा। फिलहाल अनुपस्थित का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश देने के साथ सभी से लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। ये मिले अनुपस्थित
निरीक्षण के समय स्टाफ नर्स विनय पांडेय, राहुल यादव, एएनएम बिमला देवी, अनुपम, वार्ड ब्वाय सुरेंद्र कुमार और मोनू कुमार, स्वीपर कम चौकीदार लक्ष्मी प्रसाद, एलटी सुदीप कुमार, स्टाफ नर्स रेनू गिहार, उपेंद्र कुमार, फिजियोथैरेपिस्ट कुंवरसेन, आयुष चिकित्सक डा. मनोज पाठक, डा. ललित पांडेय, डा. रुबी सागर, दंत चिकित्सक डा. सौरभ सिंह, बीपीएम मुजाहिर मलिक, बीसीपीएम नीलम वर्मा, डाटा एंट्री आपरेटर वरुण कुमार, धर्मेंद्र वर्मा, संदीप चौहान सभी 20 कर्मचारी अनुपस्थित मिले।