औंछा में बुखार से चार लोगों की मौत, मची खलबली

जिले में नहीं थम रहा बुखार से मौत का सिलसिला स्वास्थ्य सेवाओं पर उठे सवाल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 06:14 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 06:14 AM (IST)
औंछा में बुखार से चार लोगों की मौत, मची खलबली
औंछा में बुखार से चार लोगों की मौत, मची खलबली

संसू, औंछा: जिले में बुखार के मरीजों को भले ही राहत मिलने लगी हो, लेकिन बीमारी से मरने वालों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। औंछा क्षेत्र में बुखार की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई है।

थाना क्षेत्र के गांव नगला पाल निवासी बिमलेश (20) पुत्र किशनलाल सिंह सप्ताह भर से बुखार से ग्रसित थे। स्वजन द्वारा उन्हें आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह उनकी मौत हो गई। कस्बा निवासी रिकू शाक्य (35) पुत्र विजय शाक्य भी बुखार से बीमार चल रहे थे। स्वजन द्वारा उन्हें पहले जिला अस्पताल ले जाया गया था। यहां नाजुक हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें आगरा के लिए रेफर कर दिया था, जहां इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई। कस्बा निवासी गोपाल जाटव (60) भी दो दिनों से बुखार की चपेट में थे। स्वजन द्वारा एक निजी अस्पताल में उपचार दिलाया जा रहा था। शुक्रवार की दोपहर उनकी मौत हो गई। थाना क्षेत्र के गांव नगला हार निवासी रीता प्रजापति (48) की भी बुखार से आगरा में उपचार के दौरान मौत हो गई है।

25 में मिला डेंगू: बुखार से बीमार चल रहे मरीजों के रक्त जांच की रिपोर्ट आने पर 25 मरीजों में डेंगू बुखार के लक्षण मिले हैं। इनमें से ज्यादातर मरीज गैर जिलों के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हैं। डीएम ने मरीजों का जाना हाल, इलाज की ली जानकारी: जासं, मैनपुरी: बुखार से पीड़ित मरीजों की सेहत और स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी करने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने घंटे भर तक व्यवस्थाओं की पड़ताल की। हर वार्ड का निरीक्षण कर स्वास्थ्यकर्मियों को देखरेख के निर्देश दिए।

बुखार का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। सबसे ज्यादा मरीज जिला अस्पताल में ही भर्ती हो रहे हैं। हर वार्ड के बिस्तर पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। इन हालातों को देखते हुए डीएम ने स्वयं ही सेहत की कमान संभाली है। शुक्रवार की दोपहर को सीएमएस डा. अरविद कुमार गर्ग को साथ लेकर अस्पताल का जायजा लिया। इमरजेंसी, डेंगू वार्ड और इनडोर में भर्ती मरीजों के पास जाकर उनकी सेहत के बारे में जानकारी की।

स्वजन से अस्पताल के उपचार के बारे में भी बातचीत की। सभी के द्वारा संतुष्टि जाहिर की गई। डीएम ने कहा कि सभी संबंधित चिकित्सक प्रतिदिन वार्डों में भर्ती मरीजों की जांच करेंगे। नर्सिंग स्टाफ द्वारा भी समय-समय पर देखरेख और उपचार दिया जाएगा। जो भी मरीज भर्ती हैं, उन्हें और उनके साथ एक तीमारदार को भी भोजन उपलब्ध कराया जाए।

उन्होंने कहा कि कुछ दिन की ही समस्या और है। उसके बाद बीमारियां कम हो जाएंगी। तीमारदार भी सहयोग करें। इमरजेंसी में बेवजह की भीड़ न बढ़ाएं। चिकित्सकों पर दबाव न डालें ताकि वे बेहतर ढंग से उपचार दे सकें। सीएमएस को निर्देश देते हुए कहा कि जो भी मरीज ठीक हो रहे हैं, उन्हें तत्काल डिस्चार्ज किया जाए ताकि दूसरे गंभीर मरीजों को बिस्तर मिल सकें।

गांवों में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम: जासं, मैनपुरी : बुखार से तीन लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आ गई। आनन-फानन में कस्बा कुसमरा में पहुंचकर ग्रामीणों की जांच की। कई घरों में मच्छरों का लार्वा भी मिला।

कस्बा कुसमरा के कटरा मुहल्ला में बुखार से तीन लोगों की मौत हो गई थी। जानकारी होते ही शुक्रवार को जिला संक्रमण रोग अधिकारी डा. अमित राजपूत के नेतृत्व में एक टीम कस्बा में पहुंची। स्थानीय लोगों से बीमारी के संबंध में जानकारी जुटाने के बाद मृतकों के घरों पर भी संपर्क किया। मृतका शिवानी के घर की जांच में फ्रिज के आइस बाक्स में मच्छर का लार्वा मिला। हरकत में आई टीम के सदस्यों ने पानी खाली कराने के साथ दवा का छिड़काव कराया। कैंप लगाकर बुखार के अन्य मरीजों की पड़ताल की और उन्हें मौके पर ही उपचार दिया गया।

बरनाहल में बुखार की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने गांव कनिकपुर साद में कैंप लगाया। मरीजों के ब्लड सैंपल लेकर उनकी जांच कराई गई। 35 मरीजों को बुखार की समस्या पर उपचार दिया गया। गांव लाखनमऊ में भी कई मरीजों ने बुखार और जुकाम की शिकायत दर्ज कराई। स्वास्थ्य टीमों ने सभी मरीजों को दवा दी। डा. हनीफ खान ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि मौसम में बदलाव हो रहा है। ऐसे में सावधानी रखना जरूरी है। उनके साथ डा. अभिषेक यादव, वीरेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, योगेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी