चार की मौत, 28 मिले डेंगू पाजिटिव

जानलेवा हो चुका बुखार अब शहर से लेकर गांवों तक कहर बरपा रहा है। चौब

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 02:15 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 02:15 AM (IST)
चार की मौत, 28 मिले डेंगू पाजिटिव
चार की मौत, 28 मिले डेंगू पाजिटिव

जासं, मैनपुरी : जानलेवा हो चुका बुखार अब शहर से लेकर गांवों तक कहर बरपा रहा है। चौबीस घंटों में जहां 28 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है वहीं चार मरीजों ने बुखार और डेंगू से इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सैकड़ों की संख्या में लोग गैर जिलों के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती रहकर उपचार करा रहे हैं।

मैनपुरी में बुखार से बिगड़े हालातों ने शासन की भी चिता बढ़ा रखी है। शहर के मुहल्ला यदुवंशनगर निवासी सुमन चौहान (60) पत्नी रूपेंद्र कई दिनों से बुखार से बीमार चल रही थीं। मंगलवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। कस्बा घिरोर वाल्मीकि बस्ती निवासी शिवम गुप्ता (25) पुत्र भगवान दास गुप्ता की भी डेंगू बुखार की वजह से इलाज के दौरान मौत हो गई। विकास खंड जागीर के गांव अजीतगंज निवासी शिवानी सक्सेना (18) पुत्री सर्वेश कुमार तीन दिनों से बुखार से बीमार चल रही थीं। मंगलवार को आगरा ले जाते समय उनकी मौत हो गई।

कुर्रा थाने के गांव चंदरपुर निवासी रोशनी (25) पत्नी शीलेंद्र को भी बुखार से हालत बिगड़ने पर स्वजन इमरजेंसी लेकर पहुंचे थे जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रोशनी को स्वजन गांव के ही झोलाछाप से इलाज दिला रहे थे। मंगलवार की शाम आई मरीजों की रिपोर्ट में 28 में डेंगू के लक्षणों की पुष्टि हुई है। इन सभी मरीजों को जिला अस्पताल में ही भर्ती किया गया है। छिपा रहे जिम्मेदार, पायरेक्सिया में भर्ती कर रहे मरीज

बुखार और डेंगू से बिगड़े हालातों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग अब जानकारी को छिपाने में जुटा हुआ है। डेंगू जैसे लक्षणों वाले मरीजों को भी पायरेक्सिया दिखाकर वार्डों में भर्ती किया जा रहा है। जबकि, उपचार इन्हें डेंगू का ही दिया जा रहा है। कुसमरा में लगा स्वास्थ्य कैंप

कस्बा की गुड़ मंडी में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाया गया। पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. रवि मोहन ने यहां पहुंचकर लोगों से जानकारी की और बाद में उनके रक्त की जांचें कराईं। मलेरिया से संबंधित 26 लोगों की जांच कराई गई। स्वास्थ्य पर्यवेक्षक संजीव तिवारी ने घरों में जाकर सफाई व्यवस्था की स्थिति देखी। डाक्टरों ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बुखार की समस्या होने पर वे सीधे स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचें। जांच कराएं और दवा लें। झोलाछाप से उपचार न कराएं।

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