पहले ग्रुप छोडे़, अब सीयूजी सिम भी लौटाई
समस्याओं के निस्तारण को लेकर चली आ रही लड़ाई अब आंदोलन का रुख अख्तियार करने लगी है। विद्युत अभियंताओं ने विभागीय वाट्स एप ग्रुपों का बहिष्कार करने के बाद अब शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सीयूजी सिम भी विभाग को लौटा दी है। किसी प्रकार का आनलाइन काम न करने का एलान भी किया है।
जासं, मैनपुरी : समस्याओं के निस्तारण को लेकर चली आ रही लड़ाई अब आंदोलन का रुख अख्तियार करने लगी है। विद्युत अभियंताओं ने विभागीय वाट्स एप ग्रुपों का बहिष्कार करने के बाद अब शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सीयूजी सिम भी विभाग को लौटा दी है। किसी प्रकार का आनलाइन काम न करने का एलान भी किया है।
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन की बैठक शनिवार को पावर हाउस स्थित कार्यालय पर हुई। अध्यक्ष रजनीकांत राय ने कहा कि शासन और उच्चाधिकारियों द्वारा हमारी समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। लंबे समय से वार्ता भी हुई, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। हम अवर अभियंताओं पर काम का अतिरिक्त बोझ तो डाला जाता है, लेकिन सुविधाएं देने से जिम्मेदार कतराते रहे हैं।
सीयूजी सिम उपलब्ध कराई गईं, लेकिन उनके लिए मोबाइल फोन ही नहीं दिए गए। अब अभियंता अपने निजी फोन में सिम कार्ड आखिर कब तक इस्तेमाल करें। आनलाइन काम का दबाव डाला जाता है, लेकिन न तो लैपटाप उपलब्ध कराए गए हैं और न ही डाटा दिया जा रहा है। अब अपनी जेब से खर्च करके काम कर पाना संभव नहीं हो रहा है।
अवर अभियंताओं ने अपनी सीयूजी सिम विभाग को लौटाने की बात करते हुए कहा है कि वे बिना सिमकार्ड के ही काम करेंगे। आनलाइन कार्य के लिए कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। लिहाजा अब आनलाइन काम भी नहीं करने का एलान कर दिया है। अभियंताओं का कहना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक कार्य बहिष्कार लगातार जारी रहेगा।
बैठक में मुन्नीलाल गुप्ता, एके वर्मा, शुभम मदेशिया, सतेंद्र प्रजापति, विवेक कुशवाहा, त्रिलोकी सिंह राजपूत, मनोज, श्याम किशोर बिद, पंकज कनौजिया, वहीद अहमद, रविशंकर, मनोज आदि अवर अभियंता उपस्थित थे।