महरमई में फैला बुखार, दो की मौत
मजरा महरमई में घर-घर चारपाइयां बिछी हैं। दर्जनों लोग बीमार पड़े हैं। ग्राम प्रधान ने एंटी लार्वा का छिड़काव कराया। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य टीम भेजने की मांग की है।
संवाद सूत्र, बिछवां: जिले के अन्य इलाकों के साथ अब विकास खंड सुल्तानगंज के ग्राम पंचायत जरामई के मजरा महरमई में बुखार ने पैर पसार लिए हैं। गांव में बीते दो दिनों में दो लोगों की बुखार से मौत हो चुकी है। जबकि करीब दो दर्जन से अधिक लोग अब भी बुखार से पीड़ित हैं। इनमें से ज्यादातर झोलाछाप से उपचार करा रहे हैं।
गांव महरमई में करीब 15 दिनों से बुखार का प्रकोप छाया हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि शुरुआत में तीन-चार लोगों को बुखार आया था। इसके बाद से संख्या लगातार बढ़ रही है। गांव करी 50 वर्षीय कमला पत्नी ओमवीर की चार दिन पहले तबियत बिगड़ गई थी। उनको इलाज के लिए स्वजन हाथरस के एक निजी अस्पताल ले गए थे, वहां से अलीगढ़ के लिए रेफर किया गया। अलीगढ़ में उनकी दो दिन पूर्व मौत हो गई। इसी तरह पांच वर्षीय अमन पुत्र अतर सिंह की शुक्रवार को तबियत बिगड़ी थी, उसको स्वजन जिला अस्पताल ले गए। वहां से रैफर करने पर स्वजन एटा के लिए निकले, परंतु रास्ते में ही अमन मौत हो गई। दो दिन में दो मौतों से ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। गांव में अब भी करण सिंह, अनीता, गुलशन, अमर सिंह, हेमा, मानसिंह और दिव्या सहित हर घर में कई-कई लोग बीमार हैं। ग्रामीणों ने सीएमओ से गांव में टीम भेजकर जांच कराए जाने और दवा वितरण कराने की मांग की है। इस मामले में सुल्तानगंज पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. जेपी वर्मा का कहना है कि बीमारी की सूचना मिली है। मौत होने के संबंध में जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य टीम गांव में भेजी जा रही है। बदहाल है सफाई, पनप रहे मच्छर
गांव महरमई में सफाई व्यवस्था बदहाल पड़ी हुई है। गांव में जगह-जगह जलभराव की स्थिति है। नालियां भी चोक पड़ी हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में नियमित सफाई नहीं होती। कई बार शिकायत के बाद भी समस्या का निदान नहीं हुआ। हरकत में आए प्रधान
बुखार फैलने के बाद ग्राम प्रधान धर्मवीर सिंह शनिवार को हरकत में आए। ग्राम प्रधान ने गांव की गलियों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराया।