रूट डायवर्जन से गुजारी गर्इं शताब्दी समेत एक्सप्रेस ट्रेनें

मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद दिल्ली-हाबड़ा रेल ट्रैक बाधित होने से शुक्रवार के रूट डायवर्जन के चलते जिले से आधा दर्जन से ज्यादा एक्सप्रेस ट्रेनों को गुजारा गया। शताब्दी एक्सप्रेस को शिकोहाबाद-फर्रुखाबाद रेल रूट के रास्ते दिल्ली भेजा गया। ट्रेनों के डायवर्जन से यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 05:16 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 05:16 AM (IST)
रूट डायवर्जन से गुजारी गर्इं शताब्दी समेत एक्सप्रेस ट्रेनें
रूट डायवर्जन से गुजारी गर्इं शताब्दी समेत एक्सप्रेस ट्रेनें

संसू, भोगांव : मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद दिल्ली-हाबड़ा रेल ट्रैक बाधित होने से शुक्रवार के रूट डायवर्जन के चलते जिले से आधा दर्जन से ज्यादा एक्सप्रेस ट्रेनों को गुजारा गया। शताब्दी एक्सप्रेस को शिकोहाबाद-फर्रुखाबाद रेल रूट के रास्ते दिल्ली भेजा गया। ट्रेनों के डायवर्जन से यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी।

दिल्ली-हाबड़ा रेल ट्रैक पर शुक्रवार सुबह कानपुर देहात के रूरा और अंबियापुर स्टेशनों के बीच मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद ट्रैक बाधित होने से रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनों का मार्ग बदल दिया। रूट डायवर्जन के बाद शुक्रवार दोपहर जिले से होकर गुजरने वाले शिकोहाबाद-फर्रुखाबाद रेल रूट से ट्रेनों को गुजारा गया। इस ट्रैक से होकर अप और डाउन साइड की कानपुर-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, चंडीगढ़-प्रयागराज, ऊंचाहार एक्सप्रेस, बनारस-नई दिल्ली एक्सप्रेस, इस्लामपुर-दिल्ली मगध एक्सप्रेस, कानपुर-नई दिल्ली श्रमशक्ति एक्सप्रेस, पुरी-नई दिल्ली नीलांचल और दिल्ली-मालदा टाउन फरक्का एक्सप्रेस को गुजारा गया। इस रूट पर आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनों के आवागमन के चलते रेलवे अधिकारियों ने सभी व्यवस्थाओं को संभाला। देर शाम तक ट्रैक से कई अन्य ट्रेनों को डायवर्ट कर गुजारने की तैयारी चल रही थी। स्टेशन मास्टर आलोक द्विवेदी व रूपेंद्र कुमार ने बताया कि रूट डायवर्जन के चलते इस ट्रैक की नियमित ट्रेनों के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है। कुछ ट्रेनों को इटावा-मैनपुरी ट्रैक के रास्ते भी गुजारा गया।

ऊंचाहार एक्सप्रेस के यात्री हुए पानी को परेशान

रूट डायवर्जन के बाद मोटा स्टेशन पर खड़ी की गई ऊंचाहार एक्सप्रेस के यात्रियों को पीने के पानी तक की समस्या का सामना करना पड़ा। ट्रेन में पानी खत्म हो जाने के बाद यात्रियों को स्टेशन परिसर में पेयजल की व्यवस्था न होने पर मुश्किलें झेलनी पड़ी। हालांकि कि ऊंचाहार के अतिरिक्त अन्य सभी एक्सप्रेस ट्रेनों को नानस्टाप गुजारा गया।

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