समान पक्षी विहार में विदेशी पक्षियों का डेरा

पनवा ही नहीं झील और नमी क्षेत्र के तालाबों में भी पक्षी कर रहे कलरव वनरक्षक किए सक्रिय

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:10 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:10 AM (IST)
समान पक्षी विहार में विदेशी पक्षियों का डेरा
समान पक्षी विहार में विदेशी पक्षियों का डेरा

जासं, मैनपुरी: सर्द मौसम में जिले के समान पक्षी विहार में ही नहीं बल्कि नमी क्षेत्र के तालाब और झील में विदेशी पक्षियों ने डेरा डाल लिया है। सारस सर्किट में शामिल वेटलैंड पर भी इनकी मस्ती दिख रही है। सुबह से शाम तक आसमान में अपनी कलाबाजी दिखा रहे हैं।

जिले में समान पक्षी विहार के अलावा पनवा, सहन, घिरोर, सौंज के अलावा दूसरे नमी वालों क्षेत्र में मेहमान पक्षियों की आमद हो गई है। इन विदेशी पक्षियों ने तालाब, पोखरों और झील को अपना ठिकाना बना लिया है। ये पक्षी हजारों मील की उड़ान तय कर यहां आए हैं। शहर से आगरा जाने वाली सड़क पर ब्रह्मदेव मंदिर के समीप धान मिल से निकले पानी ने तालाब का रूप ले लिया है। यहां भी सुबह से विदेशी परिदे पानी में अठखेलियां करते दिखे। इन पक्षियों में साइबेरियन क्रेन, ब्लैक हैडिड गुल, सिलिडर हेडिड गुल, पुस्पेड डक, पोचार्ड, गूज और विजिटिग डक शामिल हैं। ये पक्षी चार महीने तक यहां रहते हैं।

डीएफओ एसएन मौर्या ने बताया कि कई देशों में पारा शून्य से भी कम होने के कारण हर साल सर्दियों के मौसम में विदेशी पक्षियों के आने की शुरूआत हो जाती है। अब शहर के कई तालाबों और झीलों में विदेशी पक्षियों के झुंड देखे जाने लगे हैं। पक्षियों को शिकार से बचाने के लिए वन रक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है।

दस फीसद पक्षी हो जाते शिकार

पक्षियों की तासीर गर्म होने के कारण शिकार करने वाले भी इन दिनों सक्रिय हो जाते हैं। निगरानी की कमी होने के कारण लगभग दस फीसद पक्षियों का शिकार कर लिया जाता है। हालांकि, शिकार पर पूरी तरह से पाबंदी है। समान के आसपास तो सोना पतारी का सर्वाधिक शिकार होता रहा है।

मैनपुरी में सर्वाधिक वेटलैंड

जिले में सर्वाधिक नमी वाले क्षेत्र है, इसलिए विदेशी परिदे यहां ज्यादा आना और रहना पसंद करते हैं। ऐसे वेटलैंड किशनी के समान, कुरावली के पनवा, करहल के अलावा घिरोर और जागीर आदि क्षेत्रों में हैं, जहां पक्षियों को नमी के साथ भोजन भी मिलता है।

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