चुनाव आयोग के निर्देश के बाद अफसर उलझन में

चुनाव आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार बूथों पर कार्मिकों की तादाद कम कर दी गई। वहीं मतपेटिका और चुनाव सामग्री भी घटाई गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 05:30 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 05:30 AM (IST)
चुनाव आयोग के निर्देश के बाद अफसर उलझन में
चुनाव आयोग के निर्देश के बाद अफसर उलझन में

जासं, मैनपुरी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रहीं हैं, लेकिन चुनाव आयोग के निर्देशों के बाद तैयारियों में जुटे अफसरों का गणित गड़बड़ा दिया है। आयोग ने इस बार प्रति बूथ पर 800 वोट तय किए हैं, लेकिन पिछली बार के मुकाबले न सिर्फ चुनावकर्मी कम कर दिए, बल्कि चुनाव की सामग्री में भी व्यापक कटौती कर दी है।

राज्य निर्वाचन आयोग की वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान कई खामियां सामने आईं। वर्ष 2010 के बाद पहली बार सभी चारों पद (ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य) के चुनाव एक साथ कराए जा रहे हैं। आयोग ने एक बूथ पर करीब 800 मतदाताओं की संख्या तय की है। एक साथ सभी पदों पर चुनाव कराने से एक बूथ पर करीब 3200 वोट डाले जाएंगे। पूरे जिले में एक साथ चुनाव कराए जाएंगे। ऐसे में पिछले चुनाव से अधिक मतपेटियों की जरूरत पड़ेगी, लेकिन दिलचस्प बात यह कि मतपेटियों की भी संख्या घटा दी है।

पिछले चुनाव में जहां प्रति बूथ चार मतपेटिका उपलब्ध कराई गई थीं, लेकिन इस बार इसे घटाकर ढाई मतपेटिका कर दिया गया। ऐसे में अतिरिक्त मतपेटियों की व्यवस्था कैसे होगी, इसे लेकर अफसर पेशोपेश में हैं। इसी तरह मतदानकर्मियों की संख्या में भी कटौती कर दी है। पिछली बार प्रत्येक मतदान केंद्र में चार कर्मियों के संग एक अतिरिक्त कर्मी लगाया गया था, लेकिन इस बार इसे घटाकर थ्री प्लस वन कर दिया है। कर्मचारियों की संख्या घटाए जाने से भी अफसर परेशान हैं। इसी तरह नामांकन पत्र समेत दूसरी स्टेशनरी में भी भारी भरकम कटौती हुई है। बीते दिन की वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान इन विसंगतियों को भी सामने रखा गया।

अब आरक्षण पर निगाह

अब गांव की राजनीति करने वालों की निगाह आगामी दिनों में होने वाले आरक्षण को लेकर जुटी हैं। ग्राम, क्षेत्र और जिला पंचायत सदस्य पद के अलावा प्रधान पद के लिए दो मार्च को आरक्षण घोषित करने की तैयारी है। ऐसे में गांवों की राजनीति से जुड़े लोग विकास भवन स्थित पंचायत कार्यालय में जानकारी को आने लगे हैं। वहीं, अधिकारी आए दिन वायरल हो रही फर्जी आरक्षण की सूची को लेकर परेशान बने हुए हैं। पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराना प्राथमिकता

जासं, मैनपुरी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस महकमा सतर्क हो गया है। गुरुवार को एडीजी राजीव कृष्ण ने मुख्यालय पहुंचकर चुनाव को लेकर पुलिस द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। पुलिस लाइन के मनोरंजन कक्ष में बैठक कर अपराध की समीक्षा की। इसके बाद पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं।

एडीजी ने बताया कि आगामी पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। इसको लेकर तैयारियां की जा रही हैं। शराब माफिया की प्रत्येक गतिविधि पर पुलिस की नजर बनी हुई है। बिना किसी विवाद के चुनाव संपन्न हो सकें, इसके लिए जनता के साथ संवाद किया जा रहा है। संवेदनशील मामलों की जानकारी जुटाई जा रही है। चुनाव में लोगों के बीच शराब वितरित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने योजना तैयार कर ली गई है।

उन्होंने बताया कि साइबर अपराध नियंत्रण करना पुलिस के लिए चुनौती है। इसके लिए न सिर्फ लोगों को जागरूक किया जा रहा है, बल्कि पुलिस को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। साइबर अपराध के प्रत्येक मामले में एफआइआर दर्ज कर अपराधियों को पकड़ना पुलिस की प्राथमिकता में शामिल है। वे मैनपुरी पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण को लेकर की जा रही कार्रवाई पर संतुष्ट दिखे। साथ ही कार्यप्रणाली में सुधार की जरूरत भी बताई।

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