हवा में दवा, मच्छर मरे न ही दूर हुआ जलभराव

पालिका की कार्रवाई का असर नहीं दिख रहा है। कई जगहों पर जलभराव है। सीवर के मैनहोल फुल और ओवरफ्लो से हो रही गंदगी में मच्छरों का लार्वा पैदा हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 04:49 AM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 04:49 AM (IST)
हवा में दवा, मच्छर मरे न ही दूर हुआ जलभराव
हवा में दवा, मच्छर मरे न ही दूर हुआ जलभराव

जासं, मैनपुरी: मच्छरजनित बीमारियों से निजात दिलाने को पालिका प्रशासन टेमीफोस दवा का छिड़काव करा रही है, लेकिन हवा में दवा का असर ऐसा है कि न तो मच्छर मर रहे हैं और न ही उनके लार्वा। जगह-जगह जलभराव और गंदे पानी में पनप रहे मच्छरों के नाश को पालिका के पास कोई योजना नहीं है।

गर्मी की शुरुआत के साथ मच्छरों की संख्या भी बढ़ने लगी है। शहर के मुख्य रास्तों पर ही मच्छरों की भरमार है। कचहरी रोड पर जिला सहकारी बैंक के सामने नाले की सफाई नहीं कराई गई है। पानी जमा होने से उसमें लार्वा पनपने लगे हैं। दिन ढलते ही इनका हमला शुरू हो जाता है। कांशीराम कालोनी में आजाद नगर और नगला कीरत में स्थिति भी एक सी ही हैं। यहां भी जलभराव के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ी है। अभी तक छिड़काव नहीं कराया गया है। इन मुहल्लों में वर्षों से भरा पानी

शहर के मुहल्ला अग्रवाल, राजीव गांधी नगर, रामलीला मैदान, नगरिया, शिवनगर, गाड़ीवान, महमूदनगर, कांशीराम कालोनी। कूड़ा निस्तारण भी बड़ी समस्या

शहर में मुख्य स्थानों पर ही सफाई कर्मियों द्वारा अस्थायी डलावघर बना दिए गए हैं। कई-कई बार तो पूरा दिन कचरे का उठान नहीं किया जाता है। सूखा और गीला दोनों प्रकार का कचरा डालने की वजह से मच्छर और आवारा जानवरों की चहलकदमी भी बढ़ जाती है। नालों की सफाई के लिए पालिका बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास हो चुका है। दवा का छिड़काव भी कराया जा रहा है। जिन स्थानों पर दवा का छिड़काव नहीं हुआ है, यदि लोगों द्वारा सूचना दी जाती है तो वहां भी प्रबंध कराए जाएंगे।

लालचंद्र भारती, अधिशासी अधिकारी

नगर पालिका परिषद।

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