किशनी में डाक्टर और मैनपुरी में एक्स-रे मशीन

ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बुरा है। गरीब मरीजों को जांच के लिए 36 किमी दूर जिला अस्पताल जाना पड़ता है। सात विशेषज्ञ चिकित्सकों में से चार ही तैनात हैं इनमें से दो जिला मुख्यालय ड्यूटी दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 May 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 25 May 2021 06:00 AM (IST)
किशनी में डाक्टर और मैनपुरी में एक्स-रे मशीन
किशनी में डाक्टर और मैनपुरी में एक्स-रे मशीन

संवाद सूत्र, किशनी, मैनपुरी: कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे स्वास्थ्य विभाग के लिए ग्रामीण क्षेत्र में सुविधा देना बड़ी चुनौती है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर इलाज के इंतजाम नाकाफी हैं। स्थिति ये है कि डाक्टरी परामर्श यहां मिल जाता है, मगर एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड कराने के लिए 36 किमी दूर जिला अस्पताल जाना पड़ता है। लंबी दूरी का सफर और किराया आदि में पैसा खर्च होने से बचने के लिए लोग स्थानीय स्तर पर ही प्राइवेट सेंटरों पर जांच करा लेते हैं। यहां विशेषज्ञ चिकित्सको की भी कमी है।

किशनी नगर में 30 शैय्या का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। भवन ठीकठाक है। आम दिनों की तरह वर्तमान में यहां चहल-पहल नहीं है। यहां पर कोरोना की जांच कराने वाले ही आ रहे हैं। इक्का-दुक्का मरीज ही इलाज के लिए यहां चिकित्सकों के पास आते हैं। सोमवार को दोपहर में एक भी मरीज नहीं था। हालांकि चिकित्सक डा. शशी कौशल और फार्मासिस्ट अपने-अपने कक्ष में थे। बताया गया कि सुबह साढ़े दस से दोपहर 12 बजे तक कोई मरीज नहीं आया। यहां तैनात डा. सुरेंद्र नाथ तिवारी और डा. अनुज यादव जिला मुख्यालय पर कोविड एल-2 अस्पताल में ड्यूटी कर रहे हैं। न एक्सरे और न अल्ट्रासाउंड की जांच

यहां डेंगू, बलगम, टीबी, शुगर, एचआइवी और मलेरिया की जांच की सुविधा है। एक्सरे और अल्ट्रासाउंड मशीन नहीं है। मरीजों को या तो मैनपुरी जिला अस्पताल या सेंटरों पर जांच करानी पड़ती है। टीकाकरण और प्रसव

अस्पताल में बच्चों का टीकाकरण नियमित हो रहा है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव की सुविधा भी है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. रश्मि जौहरी की तैनाती थीं। कोरोना संक्रमित होने के बाद 20 दिन पहले उनका निधन हो गया। चंद रोज पहले एक अस्थाई महिला चिकित्सक तैनात की गई है। प्रतिदिन होती कोविड जांच

यहां कोविड जांच का काम निरंतर चल रहा है। प्रतिदिन औसतन 200 लोगों की जांच की जा रही है। इनमें एंटीजेन और आरटीपीसीआर, दोनों तरह की जांच शामिल है। केंद्र पर 45 से अधिक उम्र वालों का वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है। -----------

सीएचसी पर आवश्यक उपकरण और स्टाफ की कमी है। इसके बावजूद, स्टाफ मरीजों को सही इलाज देने के लिए भरपूर प्रयास करता है। हमारा प्रयास रहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को बेहतर इलाज मिल सके।

- डा. प्रदीप कुमार, चिकित्सा अधीक्षक, सीएचसी किशनी

सभी सीएचसी पर धीरे-धीरे संसाधन पूरे किए जा रहे हैं। किशनी में अस्थाई महिला चिकित्सक की तैनाती गई है। अन्य कमियों को पूरा कराया जाएगा।

-डा. एके पांडेय, सीएमओ ये है स्थिति

07 विशेषज्ञ चिकित्सको के पद

04 विशेषज्ञ चिकित्सक ही तैनात

02 चिकित्सक जिला मुख्यालय कोविड अस्पताल पर तैनात

-03 फार्मासिस्ट तैनात

-03 वार्ड ब्वाय के पद

-02 वार्ड ब्वाय ही तैनात

chat bot
आपका साथी