मौसम में बदलाव को न करें अनदेखा, बरतें सावधानी

दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित हेलो डाक्टर कार्यक्रम में फिजीशियन से पाठकों ने सवाल पूछे। उन्होंने परामर्श के बाद ही दवा लेने की सलाह है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 04:35 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 04:35 AM (IST)
मौसम में बदलाव को न करें अनदेखा, बरतें सावधानी
मौसम में बदलाव को न करें अनदेखा, बरतें सावधानी

जासं, मैनपुरी : मौसम में बदलाव अक्सर अपने साथ बीमारियां लेकर आता है। खासकर गर्मी की शुरूआत में बदलाव की वजह से सर्दी, जुकाम, बुखार और मच्छरजनित बीमारियों का हमला तेज हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि सावधानियां बरती जाएं। इन बीमारियों से बचाव और जरूरी सावधानी की जानकारी देने के लिए गुरुवार को दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित 'हेलो डाक्टर' कार्यक्रम में पहुंचे जिला अस्पताल के फिजीशियन डा. धर्मेंद्र से पाठकों ने फोन पर ही परामर्श लिया। चिकित्सक ने सलाह देते हुए बताया कि हमारी जरा-सी अनदेखी बीमारियों को आमंत्रण दे सकती है। पाठकों के सवाल और विशेषज्ञ के जवाब हाथ और पैरों में हर समय दर्द रहता है। सुबह के समय में दर्द ज्यादा बढ़ जाता है।

सतनेश यादव, औंछा

- कई बार सर्दी की वजह से एलर्जी होती है। मौसम परिवर्तन के साथ यह एलर्जी बढ़ती जाती है। पता भी नहीं चलता। बेहतर है कि सीधे हवा में जाने से बचें और ठंडी व तली हुई चीजों से परहेज रखें। टहलते समय अक्सर सांस फूलने लगती है। बहुत दिक्कत महसूस हो रही है।

योगेंद्र पाल, भोगांव।

- कई बार बढ़ती उम्र के साथ यह समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में ज्यादा चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन न करें। कोलेस्ट्राल की जांच जरूरी है। रिपोर्ट के आधार पर दवाओं का सेवन करें। अक्सर सिरदर्द रहता है और सुबह के समय में आंखों से पानी आने लगता है।

प्रदीप कुमार, कंजाहार।

- इसके लिए पहले तो जांच जरूरी है। सिर में दर्द की वजह आंखों की कमजोरी भी हो सकती है। एक बार आंखों की जांच कराएं। उसके बाद ही नियमित दवा चलाई जाएगी। कई दिनों से सुबह के समय में बुखार आ रहा है। सुबह सिरदर्द रहता है।

दिलीप कुमार, अजीतगंज

- मौसम में बदलाव के कारण ऐसा होता है। सामान्य पैरासिटामोल के साथ सिट्राजिन 10 एमजी दिन में एक बार खाएं। यदि फिर भी राहत न मिले तो जिला अस्पताल आकर जांच कराएं। उसके बाद ही दवा दी जा सकती है। कुछ दिनों से बुखार आ रहा है। नींद भी पर्याप्त नहीं आती।

नगमा खातून, करहल।

- नींद न आने की एक वजह दिमागी थकान और बढ़ती उम्र का असर भी होता है। पर्याप्त नींद लें और व्यायाम करें। यदि फिर भी राहत न मिले तो कुछ जांचें कराएं। जांचों के बाद ही कुछ सलाह दी जा सकती है।

जागरण के सवाल-विशेषज्ञ के जवाब बदलते मौसम में किन सावधानियों का होना जरूरी है। - मौसम में बदलाव के साथ सावधानियां जरूरी है। सर्दी अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है, लेकिन ज्यादातर लोगों ने गर्म कपड़ों से दूरी बना ली है। सुबह-शाम सर्दी का प्रभाव है। हमारी लापरवाही बुखार, सर्दी, जुकाम और दूसरी समस्याओं को पैदा कर सकती है। बेहतर है कि अपना ख्याल रखें। धूल और प्रदूषण कितना प्रभाव डालता है।

- एलर्जी की सबसे बड़ी वजह धूल और प्रदूषण है। बहुत से लोगों को पता भी नहीं चलता है और उन्हें समस्या होती है। घर से बाहर निकलने से पहले चेहरे को अच्छी तरह से ढककर निकलें। धूल वाली जगहों पर जाने से बचें। कोरोना संक्रमण से अभी कितना बचाव जरूरी है।

- 2020 में मार्च के महीने में ही कोरोना संक्रमण सामने आया था। अभी खतरा टला नहीं है। हमें सावधानी बरतनी होगी। घर से बाहर निकलने से पहले मास्क लगाकर ही चलें। भीड़ से बचें। यदि जाना जरूरी हो तो शारीरिक दूरी का पालन करें। हाथों को सैनिटाइज करते रहें।

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