जर्जर मकान, कहीं ले न लें जान

शहर में आधा सैकड़ा से ज्यादा इमारतें जर्जर हो चुकी हैं। बरसात की शुरुआत के साथ ही लोगों में खौफ छाने लगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 05:45 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 05:45 AM (IST)
जर्जर मकान, कहीं ले न लें जान
जर्जर मकान, कहीं ले न लें जान

जासं, मैनपुरी : मानसून ने लगभग दस्तक दे दी है। तीन दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। भले ही बारिश ने उमस भरी गर्मी से राहत दिलाई हो, लेकिन उन इमारतों के लिए खतरा खड़ा कर दिया है जो जर्जर हो चुकी हैं। हालांकि, इस वर्ष जर्जर मकान या भवन के गिरने की अब तक कोई घटना नहीं हुई है, लेकिन पूर्व में हो चुके हादसे अब डराने लगे हैं। बरसात की शुरुआत के साथ जर्जर इमारतों की चिता सताने लगी है।

शहर में ही देखा जाए तो आधा सैकड़ा से ज्यादा इमारतें और मकान बेहद जर्जर स्थिति में हैं। पालिका प्रशासन द्वारा 2019 में नोटिस जारी कर लोगों को इनकी मरम्मत कराने अथवा इन्हें गिरवाने के लिए कहा गया था। उसके बाद पालिका द्वारा अपने ही दिए गए नोटिस पर दोबारा संज्ञान नहीं लिया गया है। पालिका प्रशासन की सुस्ती को लेकर इस बार भी सवाल उठने लगे हैं। गलियों में ज्यादा खतरा

पालिका प्रशासन द्वारा 2019 में जो सूची तैयार की गई थी उसमें मुहल्ला देवपुरा, राजा का बाग, पुरानी मैनपुरी, किला के पीछे, बंशीगौहरा, मुहल्ला अग्रवाल, नगला गोवर्धन, नगला पाई, बालाजीपुरम, आश्रम रोड, हिदपुरम में मकानों को चिन्हित किया गया था। इनके स्वामियों या इनमें रहने वालों को नोटिस भी दिए गए थे। पुरानी इमारतें भी बनी हैं खतरा

शहर में सीओ सिटी कार्यालय के सामने वर्षों पुराना गेट, बृजवासी स्वीट्स के पास बना गेट, पुराना तहसील भवन, संता-बसंता चौराहा से बजाजा बाजार की ओर कुछ दुकानें, ऊन मार्केट के बेहद पुराने जर्जर भवन, रायजादा मार्केट में भी जर्जर भवन हैं, जिनमें दुकानों का संचालन हो रहा है। जरा से झटके में ये इमारतें खतरा साबित हो सकती हैं। जर्जर इमारतों का चिह्नांकन कराया गया था। पूर्व में इनके स्वामियों और इनमें रहने वाले लोगों को नोटिस जारी कर मरम्मत कराने के लिए भी कहा गया था, लेकिन लोगों द्वारा अनदेखी बरती गई। अब सप्ताह भर के अंदर दोबारा सर्वे कराकर नए सिरे से नोटिस जारी किए जाएंगे। 15 दिनों का समय दिया जाएगा। यदि इस समय सीमा के अंदर लोगों द्वारा स्वत: संज्ञान नहीं लिया जाता है तो पालिका प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में लाकर कार्रवाई कराएगी।

मनोरमा देवी, पालिकाध्यक्ष।

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