आठ महीने से धूल फांक रहे हैं डिजिटल स्कैनर

मरीजों की आटोमेटिक स्कैनिग के लिए दो डिवाइस कोरोना बजट से खरीदी गई थीं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 04:49 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 04:49 AM (IST)
आठ महीने से धूल फांक रहे हैं डिजिटल स्कैनर
आठ महीने से धूल फांक रहे हैं डिजिटल स्कैनर

जासं, मैनपुरी : कोरोना बजट से मनमानी खरीद तो कर ली गई, लेकिन सुविधाओं को सार्वजनिक नहीं कराया गया। ऐसी ही सुविधाओं में शामिल हैं आटोमेटिक स्कैनिग डिवाइस। लगभग आठ महीना पहले कोरोना बजट से खरीदी गईं दो डिवाइस जिला अस्पताल के स्टोर रूम में धूल फांक रही हैं। इनका आज तक इस्तेमाल ही नहीं किया गया।

2020 में कोरोना की बढ़ती स्थिति के बाद शासन ने स्वास्थ्य सेवाओं के हाथ खोल दिए थे। जिला अस्पताल प्रशासन ने भी बडे़ पैमाने पर खरीद कराई थी। गैजेट्स के नाम पर तो कोरोना बजट से सर्वाधिक खरीद कराई गई थी, जिसमें थर्मल स्कैनर, पल्स आक्सीमीटर के साथ दो आटोमेटिक स्कैनिग डिवाइस भी शामिल हैं। इनकी खासियत है कि ये 10 से 15 मीटर की दूरी से ही टारगेट को स्कैन करके उसके शरीर का तापमान पता कर लेती हैं। मास्क न होने पर एनाउंस करके प्रेरित भी करती हैं। इन्हें अगस्त 2021 में अस्पताल प्रशासन द्वारा खरीदा तो गया था, लेकिन आज तक इस्तेमाल नहीं किया गया। दोनों डिवाइस स्टोर रूम में रखी धूल फांक रही हैं। सिर्फ कागजों में बनी थी योजना

एक डिवाइस को इमरजेंसी और दूसरी को ओपीडी में मेन गेट के अंदर लगवाया जाना था। ताकि प्रवेश से पहले ही ये मरीजों और उनके साथ आने वाले तीमारदारों को स्कैन करके उनका तापमान बता सकें। दोनों ही स्थानों पर कोई व्यवस्था न हुई। जून में वारंटी डेट हो जाएगी पूरी दोनों डिवाइस की खरीद अगस्त 2020 में कराई गई थी। कंपनी द्वारा जून 2021 में दोनों डिवाइस की वारंटी डेट पूरी हो रही है। उसके बाद तकनीकी खामी मिलने पर कंपनी द्वारा वारंटी पीरियड खत्म होने की वजह से इनकी मरम्मत नहीं कराई जाएगी।

दोनों डिवाइस को इंस्टाल कराने के लिए क्लैंप की जरूरत है, ताकि इनके स्टैंड स्थापित रहें। जल्द ही क्लैंप मंगाकर इन्हें स्थापित करा दिया जाएगा।

डा. अशोक कुमार,

कार्यवाहक सीएमएस

जिला अस्पताल।

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