जिले में डेंगू बुखार बेकाबू, दो की मौत, सात मरीज और मिले

जिले में डेंगू बेकाबू होता जा रहा है। शुक्रवार को बेवर के दंत चिकित्सक और एक किशोरी की डेंगू से क्रमश आगरा व फीरोजाबाद में मौत हो गई। वहीं शुक्रवार को 49 सैंपल की जाच रिपोर्ट में सात और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 14 हो गई है। मरीज मिलने पर डीएम ने अस्पताल पहुंचकर इमरजेंसी और इनडोर वार्ड का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 05:00 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 05:00 AM (IST)
जिले में डेंगू बुखार बेकाबू, दो की मौत, सात मरीज और मिले
जिले में डेंगू बुखार बेकाबू, दो की मौत, सात मरीज और मिले

जासं, मैनपुरी: जिले में डेंगू बेकाबू होता जा रहा है। शुक्रवार को बेवर के दंत चिकित्सक और एक किशोरी की डेंगू से क्रमश: आगरा व फीरोजाबाद में मौत हो गई। वहीं शुक्रवार को 49 सैंपल की जाच रिपोर्ट में सात और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 14 हो गई है। मरीज मिलने पर डीएम ने अस्पताल पहुंचकर इमरजेंसी और इनडोर वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान इमरजेंसी में मरीजों के इलाज में लापरवाही हो रही थी। इस पर वह खफा हो गए और कार्रवाई की चेतावनी दी।

जनपद में डेंगू व वायरल बुखार से मौत का सिलसिला अभी बरकरार है। बेवर क्षेत्र के गाव सैदपुर निवासी 25 वर्षीय मानसिंह का 25 वर्षीय पुत्र दंत चिकित्सक भुवनेश फीरोजाबाद में अपना निजी क्लीनिक चलाते थे। स्वजन के मुताबिक डा. भुवनेश एक सप्ताह पूर्व ही घर आए थे। दो दिन पहले उनको तेज बुखार आया। जाच में प्लेटलेट्स कम पाई गईं। स्वजन ने उनको इलाज के लिए आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। वहा डेंगू बताकर उपचार दिया जा रहा था। शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। वहीं दन्नाहार निवासी अनुष्का (12) पुत्री गिरीश को बुखार आने पर स्वजन फीरोजाबाद लाए। यहा उनका उपचार चल रहा था। शुक्रवार को उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई।

इधर, गुरुवार को 49 सैंपल ब्लड बैंक की लैब में एलाइजा टेस्ट के लिए भेजे गए थे। शुक्रवार को इनमें से सात लोगों की रिपोर्ट फिर से पाजिटिव आई। इसकी जानकारी मिलते ही शाम के समय डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने अस्पताल पहुंचकर इमरजेंसी और इनडोर वार्डो का निरीक्षण किया। उन्होंने इमरजेंसी में पाया कि बुखार के मरीजों की बेहतर देखरेख नहीं हो रही थी। डेंगू वार्ड में भी पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। उन्होंने इस लापरवाही पर सीएमएस डा. अर्रंवद कुमार गर्ग और वरिष्ठ परामर्शदाता डा. आरके सिंह की कड़ी फटकार लगाई। मरीजों से भी सुविधा के बारे में पूछा। कुछ मरीजों ने लापरवाही की शिकायत की। डेंगू के पांच मरीजों का न चला पता

गुरुवार को सात लोगों की रिपोर्ट में डेंगू पाया गया था। इनमें से दो को डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया, जबकि पांच के बारे में जानकारी जुटाई गई, लेकिन शु्क्रवार को भी इनका पता नहीं चल सका है कि वे आखिर कहां हैं। जहां भी बुखार के मरीज मिल रहे हैं, हमारी टीमें वहां पहुंचकर कैंप लगा रही हैं। मौके पर ही मरीजों की जांच हो रही है। संदिग्धों के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है।

डा. पीपी सिंह, सीएमओ।

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