बेटियों के जन्म की मनाई खुशी, केक काटा और बांटे उपहार

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर डीएम एसपी और सीडीओ ने जिला महिला अस्पताल में केक काटा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 05:02 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 05:02 AM (IST)
बेटियों के जन्म की मनाई खुशी, केक काटा और बांटे उपहार
बेटियों के जन्म की मनाई खुशी, केक काटा और बांटे उपहार

मैनपुरी, जासं। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिला महिला चिकित्सालय में कन्या जन्मोत्सव की खुशी धूमधाम से मनाई गई। गुरुवार देर रात जन्मीं बेटियों के स्वजन को बुलाकर उनके हाथों से केक कटवाया। अधिकारियों ने बेटियों को शुभकामनाएं दीं और उपहार भेंट किए।

शुक्रवार दोपहर डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, एसपी अविनाश पांडेय और सीडीओ ईशा प्रिया जिला महिला अस्पताल पहुंचे और कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम मनाया। सामूहिक रूप से मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर पूजन किया। डीएम ने कहा कि बेटियां घर की रौनक होती हैं। इनके बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती। इस सत्य को जानने के बावजूद कई परिवार बेटियों को बोझ समझते हैं। एसपी ने कहा कि हमें अपनी सोच को बदलना होगा। इस बात को समझना होगा कि बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं है। परिवर्तन के लिए स्वयं ही पहल करनी होगी। सीडीओ ने कहा कि बेटियों को भी उसी प्यार से स्वीकार करें, जिस प्यार से बेटों को स्वीकारा जाता है। ऐसा होने पर बेटा-बेटी के बीच की खाई भर जाएगी। अधिकारियों ने जन्मी तीन बेटियों के स्वजन रजनी निवासी नगला पजाबा, शांति अजीतगंज और आरती ललूपुर को उपहार भेंट किए। डीएम ने अपने पास से तीनों बेटियों को शगुन के तौर पर धनराशि भी दी। इस मौके पर सीएमएस डा. एके पचौरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविद कुमार, जिला स्वास्थ्य सूचना अधिकारी रवींद्र सिंह गौर, विमल चौहान, सीमा रानी शाक्य, प्रतीक यादव मौजूद रहे। बेसिक की दो शिक्षिकाएं राज्यस्तर पर सचित्र सुनाएंगीं कहानी

जासं, मैनपुरी: बेसिक शिक्षा विभाग की दो शिक्षिकाएं आठ फरवरी को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद लखनऊ में सचित्र कहानी का वर्णन करेंगी। गुलामी काल खंड कहानी का विषय होगा।

बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि कोरोना के कारण इस वर्ष की चतुर्थ राज्यस्तरीय कहानी सुनाओ प्रतियोगिता राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद लखनऊ में होगी। प्रतिभागी शिक्षकों को 1857 से 1947 तक के गुलामी के कालखंड की प्रेरक घटनाओं पर आधारित कहानी सुनानी होगी। पांच मिनट की इस कहानी में विषय वस्तु और प्रस्तुतीकरण के अलावा भाषा- शैली, समय सीमा और सहायक सामग्री पर खास ध्यान दिया जाएगा।

इन शिक्षिकाओं का हुआ चयन

इस प्रतियोगिता के लिए जिले से दो शिक्षिकाओं का चयन हुआ है। इनमें मैनपुरी ब्लाक के गांव देवामई स्थित कंपोजिट विद्यालय की प्रधानाध्यापिका वर्तिका अवस्थी और बरनाहल ब्लाक के गांव शाहजहांपुर स्थित कंपोजिट विद्यालय की शिक्षिका रेसू जैन शामिल हैं। ये शिक्षिकाएं आठ मई को इस प्रतियोगिता में शामिल होंगी।

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