चारागाह की 90 बीघा जमीन पर दबंगों का कब्जा

गोआश्रय स्थलों की स्थापना कर चारागाह की जमीन का उपयोग करने के निर्देश हैं। परंतु चारागाह की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। नगला देवी में चारागाह की 140 बीघा जमीन है लेकिन इसमें से 90 बीघा पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। ग्रामीणों ने कब्जा हटवाने की मांग उठाई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 04:00 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 04:00 AM (IST)
चारागाह की 90 बीघा जमीन पर दबंगों का कब्जा
चारागाह की 90 बीघा जमीन पर दबंगों का कब्जा

संवाद सूत्र, बेवर, मैनपुरी: बेसहारा गोवंश की देखभाल पर सरकार लाखों रुपये खर्च कर रही है। गोआश्रय स्थलों की स्थापना कर चारागाह की जमीन का उपयोग करने के निर्देश हैं। परंतु चारागाह की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। नगला देवी में चारागाह की 140 बीघा जमीन है, लेकिन इसमें से 90 बीघा पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। ऐसे में गोवंश को हरा चारा नहीं मिल पा रहा है। अभी तक प्रशासन द्वारा इस ओर कोई सार्थक प्रयास नहीं किए गए हैं।

ग्राम पंचायत नगला देवी में चारागाह के नाम से 140 बीघा से अधिक जमीन आरक्षित है। इसमें से 40 बीघा पर गो आश्रय स्थल का निर्माण किया गया है। इस गोआश्रय स्थल में वर्तमान में 71 गोवंश हैं। शासन का आदेश है कि देखभाल को तैनात कर्मचारियों की मदद से चारागाह की शेष भूमि पर चारा उगाया जाए। परंतु नगला देवी में चारागाह की करीब 90 बीघा से अधिक भूमि पर दंबगों ने कब्जा कर रखा है। दबंग इस भूमि खेती कर रहे हैं। गोआश्रय स्थल के कर्मचारियों ने इस संबंध में अधिकारियों से शिकायत भी की, परंतु अब तक कब्जा नहीं हटवाया जा सका है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि चारागाह की जमीन मुक्त हो जाए तो गोवंश के लिए पर्याप्त व्यवस्था आसानी से हो सकती है। यह बोले ग्रामीण

तीस रुपये प्रति पशु की व्यवस्था ऊंट के मुंह में जीरा समान है। चारागाह की जमीन से गोवंश की देखभाल भी होगी और ग्राम पंचायत को आर्थिक लाभ भी होगा।

अनुपम राजस्व रिकार्ड में चारागाह के लिए 140 बीघा से अधिक भूमि आरक्षित हैं। इसके बाद भी प्रशासन दबंगों पर कार्रवाई नहीं कर रहा। जमीन जल्द मुक्त होनी चाहिए।

अक्षय कुमार प्रशासन चारागाह की जमीन कब्जा मुक्त कराने की कार्रवाई करे। ग्राम पंचायत उस पर हरे चारे और रबी की फसल कर गो आश्रय स्थल का आसानी से संचालन कर सकती है।

शेखर कुमार

प्रशासन चारागाह के नाम आरक्षित भूमि को अवैध कब्जेदारों के चंगुल से मुक्त करा दे तो गोआश्रय स्थल का संचालन बेहतर हो जाएगा। गोवंश के लिए पूरी साल के दाने-चारे की व्यवस्था हो जाएगी।

दिनेश चंद्र शाक्य, ग्राम प्रधान --

भूलेख से चारागाह की जमीन का सत्यापन करा लिया गया है। अति शीघ्र कब्जा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। चारागाह की जमीन का सीमांकन कराकर ग्राम प्रधान के सुपुर्द कर दिया जाएगा।

सुधीर कुमार, उप जिलाधिकारी भोगांव

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