जिरौली गांव में कोरोना की दहशत, घरों में कैद ग्रामीण

जिरौली गांव में चार दिन में सात लोगों की मौत हो गई है। बुखार और सांस में तकलीफ हो रही थी। कई ग्रामीण खेतों में झोपड़ी डालकर आइसोलेट हो गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 06:00 AM (IST)
जिरौली गांव में कोरोना की दहशत, घरों में कैद ग्रामीण
जिरौली गांव में कोरोना की दहशत, घरों में कैद ग्रामीण

संदीप मिश्रा विष्णु, बिछवां (मैनपुरी): कोरोना संक्रमण के बीच गांव जिरौली में संदिग्धों की मौत से हर कोई दहशत आ गया है। यहां चार दिन में सात जिदगी खत्म हो चुकी हैं। इनमें अधिकांश को बुखार और सांस लेने में तकलीफ का होना बताया गया है। ऐसे में ग्रामीणों ने बचाव के लिए खुद ही लाकडाउन लगा लिया है। ग्रामीण घरों में कैद हो गए हैं। कई ग्रामीणों ने तो खेतों में झोपड़ी डालकर खुद को आइसोलेट कर लिया है।

विकास खंड सुल्तानगंज के गांव जिरौली में लोगों को बुखार और सांस लेने की तकलीफ के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बीते चार दिन में गांव निवासी सुनील कुमार, हरनाथ सिंह, गुड्डी, अनीता, रामा देवी, रामनरेश और जहूरन की मौत हो चुकी है। इनमें से बीते तीन अप्रैल को तीन लोगों की मौत हुई थी, इसके बाद बुधवार-गुरुवारको चार और लोगों की जान चली गई। सभी बुखार से पीड़ित थे और कुछ को अस्थमा का रोग भी था। एक के एक बाद मौत होने और कुछ अन्य लोगों के बुखार आने से ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। ग्रामीण मृतकों के अंतिम संस्कार में भी जाने से डरने लगे हैं। ग्रामीण मास्क लगाने के साथ शारीरिक दूरी का भी पालन कर रहे हैं। महिलाओं और बच्चों को बिना जरूरत घर से बाहर न निकलने को कह दिया गया है। गांव के कुछ युवा संक्रमण का शक होने पर खेतों पर चले गए हैं। खाने-पीने का सामान वहां झोंपड़ी में रखकर खुद को आइसोलेट कर लिया है। गांव के नव निर्वाचित प्रधान मनोज कुमार चौहान ने बताया कि सीएमओ से कई बार फोन से बात की है, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।

कई लोगों ने गांव के बाहर झोपड़ी डालकर जीवन यापन शुरू कर दिया है। धीरे-धीरे वक्त सही हो जाएगा, लोग गांव वापस आ जाएंगे। सीएमओ को गांव में तत्काल टीम भेजकर जांच कराकर लोगों को दवाई वितरण करनी चाहिए।

सन्नू भदौरिया, ग्रामीण गांव में बुखार में सांस की मौत से की बीमारी से जो मौतें हुई हैं, उससे गांव के लोगों में दहशत फैल गई है। गांव में सन्नाटा हो गया है। लोग संक्रमण से बचने को हर संभव उपाय कर रहे हैं।

रामेंद्र तोमर, ग्रामीण गांव में टीम भेजकर जांच कराएंगे, जो भी रोगी होंगे उन्हें समुचित दवा दी जाएगी। घबराने की आवश्यकता नहीं है, सजग रहें सचेत रहें। मास्क लगाकर रहें और शारीरिक दूरी का पालन करें।

डा. जेपी वर्मा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी

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